कानपुर देहात

प्रशासन ने मिलावट खोरों के खिलाफ जारी की चेतावनी

आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन लखनऊ उत्तर प्रदेश के निर्देश के क्रम में जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने खाद्य सुरक्षा विभाग को निर्देश दिये कि वे जनपद में मिलावट खोरी को रोकने के लिए लगातार संघन छापामारी करे।

कानपुर देहात,अमन यात्रा : आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन लखनऊ उत्तर प्रदेश के निर्देश के क्रम में जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने खाद्य सुरक्षा विभाग को निर्देश दिये कि वे जनपद में मिलावट खोरी को रोकने के लिए लगातार संघन छापामारी करे। आगामी होली पर्व के दृष्टिगत ऐसे आदेश निर्गत किये गये। चुंकि इन त्योहारों में मिलावट अत्यधिक देखने को मिलता है, खोया, रंगीन पापड़, चुर्री, नमकीन, विभिन्न खाद्य तेलों एवं मिठाईयों में इस तरह की मिलावट अक्सर देखने को मिलती है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा अभिहित अधिकारी/डीओ खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को विस्तृत निर्देश दिये गये ताकि मिलावट खोरों के खिलाफ कार्यवाही की जा सके।

इसी निर्देश के क्रम में अभिहित अधिकारी ने जनपद के विभिन्न तहसीलों में स्थित खोया भट्यिों, कचरी निर्माताओं, तेल निर्माताओं, नमकीन निर्माताओं के यहां संघन जांच की एवं विभिन्न खाद्य पदार्थो के 40 नमूने एकत्रित किये और उन्होंने जनता को सचेत करते हुए मिलावट खोरो को पहचानने के लिए कुछ आसान से टिप्स बताये जो इस प्रकार है- बेहद रंगीन मसाले, हल्दी यदि बड़ी-बडी क्रोमेड के पाउडर से बनी हो तो वह अत्यधिक मात्रा में हाथ मे लग जाती है। मिर्च को पहचानने का सही तरीका है कि यदि एक गिलास पानी में एक चम्मच डाले तो मिलावटी मिर्च से पानी पूरा रंगीन हो जायेगा। इसी तरह दूध में मिलावट की जांच के लिए किसी चिकने बरर्तन की सतह पर दूध की दो-तीन बूंद टपकायें अगर सफेद धार या निशान बनाते हुए गिरे तो दूध शुद्ध है अन्यथा नही है। इसी तरह रंगीन मिठाईयों की पहचान के लिए खाद्य सुरक्षा मानक के अनुसार रंगीन पाउडर चुर्री आदि बनाने में प्रति कुन्तल चार किलोग्राम खाद्य रंग मिलाना चाहिए। परन्तु निर्माता इससे कही अधिक रंग मिलाते है जो कैंसर कारक है।

कभी-कभी कुछ व्यापारी आखाद्य रंगों का प्रयोग करते है जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक है, इस त्योहार में खोये का सर्वाधिक प्रयोग होता है और मिलावटी भी इसमें सर्वाधिक की जाती है खोये में स्टार्च के लिए टींचर आयोडीन की कुछ बूंद डालने पर वह नीला हो जाता है कभी-कभी खोये में सस्ता मिल्क पाउडर मिलाते है इसकी जांच के लिए हथेली में खोया की गोली बनाये अगर यह फटने लगे तो मान लेना चाहिए खोया नकली है या खोये को अंगूठे के नाखून पर रगड़े असली खोये से घी की खुशबू आती है यदि खुशबू नही आती है तो यह मान लेना चाहिए यह खोया नकली है। आमजन को सचेत करने के लिए अभिहित अधिकारी ने इन मान दण्डों को तय किया है ताकि सामान्य जन सही और गलत वस्तु की पहचान कर सके, साथ ही उनके स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके।

Author: AMAN YATRA

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