मृतक के पिता राजू ने बताया कि सनी 14 फरवरी को गांव के बगल दुंदरा मेला देखने गया था। तब से वह घर नहीं लौटा। काफी खोजबीन के बाद भी कुछ पता न चलने पर पुलिस को सूचना दी। उसी दिन गुमशुदगी दर्ज की गई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग सका था। 25 फरवरी की सुबह ग्रामीणों ने बोरे में बंधा शव पोखरे में रखा देखा। परिवारजन के साथ पुलिस को सूचना दी गई। बताया कि सनी कुअपर पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार मिश्र ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक महराजगंज तराई परमानंद तिवारी गुमशुदगी दर्ज कर विवेचना कर रहे थे। इस दौरान विजय कुमार व मुबारक का नाम प्रकाश में आया। मुखबिर की सूचना पर दाेनों को परसिया मोड़ तिराहे के पास गिरफ्तार कर लिया गया ।मार प्राथमिक विद्यालय नवीन में कक्षा तीन का छात्र था।
कड़ाई से पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि पूर्व में दोनों सनी का शोषण व उत्पीड़न करते थे। 14 फरवरी को मेला देखने के बाद सनी को गन्ने के खेत में ले गए। वहां गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। शव को बोरें में भरकर उसी रात गांव के पोखरे में फेंक दिया। दाेनों को जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक समेत उपनिरीक्षक नंद कुमार कनौजिया, इंद्रजीत यादव, महिला आरक्षी संजीव यादव व ललित कुमार शामिल रहे।