बेसिक शिक्षकों को सता रही नए साल में वेतन की चिंता, मानस संपदा पोर्टल ठप, नहीं दर्ज हो रहा हाजिरी का ब्योरा
राज्य सरकार ने मानव संपदा पोर्टल से सभी सरकारी कर्मचारियों को वेतन निर्गत किए जाने के निर्देश दिए हैं लेकिन उनका पोर्टल करीब तीन दिन से ठप है। शिक्षक छुट्टी सहित अन्य कार्यों के लिए भी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं और अब उनको नए साल में वेतन की भी चिंता सताने लगी है।
कानपुर देहात। राज्य सरकार ने मानव संपदा पोर्टल से सभी सरकारी कर्मचारियों को वेतन निर्गत किए जाने के निर्देश दिए हैं लेकिन उनका पोर्टल करीब तीन दिन से ठप है। शिक्षक छुट्टी सहित अन्य कार्यों के लिए भी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं और अब उनको नए साल में वेतन की भी चिंता सताने लगी है।
वजह यह कि हेड टीचरों को प्रत्येक माह 21 से 23 तारीख तक स्कूल के सभी शिक्षकों की महीने भर की हाजिरी दर्ज करनी होती है। उसी के आधार पर शिक्षकों का वेतन बनता है। बेसिक शिक्षकों को मानव संपदा पोर्टल के जरिए छुट्टियों के लिए आवेदन करना होता है। भत्तों के लिए आवेदन सहित स्कूल के संबंध में कई तरह की सूचनाएं भी पोर्टल पर ही अपलोड करनी होती हैं। हर महीने की 21 से 23 तारीख तक स्कूल के हेड टीचर को सभी शिक्षकों की महीने भर की हाजिरी और छुट्टियों का ब्योरा भरना होता है। इसके बाद इसे खंड शिक्षा अधिकारी फॉरवर्ड करते हैं। महीने के अंत तक बीएसए एवं लेखा कार्यालय से यह ब्योरा प्रमाणित किया जाता है। तब अगले महीने के पहले हफ्ते में वेतन मिलता है। अब शिक्षकों को यह चिंता सता रही है कि अगर 23 दिसंबर 2023 तक यह ब्योरा नहीं दर्ज हुआ तो फिर अगले महीने वेतन रुक सकता है।
तारीख बढ़ाई जाए- उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अकबरपुर ब्लॉक अध्यक्ष अध्यक्ष हिमांशू त्रिपाठी कहते हैं कि विभाग को तकनीकी दिक्कत जल्द दूर कर शिक्षकों की हाजिरी का ब्योरा भरने की तारीख बढ़ानी चाहिए। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय को अटेंडेंस लाक न हो पाने को लेकर ज्ञापन सौंपा है। वहीं प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डॉ. एम के एस सुंदरम कहते हैं कि जल्द तकनीकी दिक्कत दूर की जाएगी। कोशिश होगी कि वेतन समय पर मिल सके।