दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) के अफसर उपभोक्ताओं से बकाया वसूलने के अलग- अलग तरह के जाल बिछा रहे हैं। पहले गांवों में शिविर लगाने के साथ-साथ बकाएदारों के कनेक्शन काटे थे। जिससे बकाएदार शिविर में बकाया धनराशि जमा कर सकें, लेकिन बिजली कर्मियों को इस प्लान में ज्यादा कामयाबी नहीं मिली और अब भी जिले में करोड़ों रुपया बकाया है। इसके बाद घरेलू व नलकूप वाले बकाएदारों के लिए लागू एकमुश्त समाधान योजना में पंजीकरण कराने का सिलसिल शुरू किया। इसका लक्ष्य पूरा करने के लिए विद्युत कर्मियों ने अभियान चलाया, लेकिन वहां भी कुछ खास कामयाबी नहीं मिली। अब मुख्यालय के अधिकारियों ने उपभोक्ताओं के घरों पर उनका नाम और बकाया राशि लिखने की योजना बनाई है। जिससे उपभोक्ता बकाया राशि जमा सके।

ये है संविदाकर्मियों का खेल

मुख्य अभियंता ने बताया कि क्षेत्र में टीम जाकर बकाएदारों से बिल जमा करने के लिए कहती है। बिल जमा नहीं होने पर उनका कनेक्शन काट देती है, लेकिन कनेक्शन कटने के कुछ घंटा बाद ही वह संविदा कर्मियों की मदद से जोड़ जाता हैं। इसके एवज में उपभोक्ता से पांच सौ रुपये वसूूल लेते हैं। दोबारा टीम पहुंचने तक बकाएदार बिजली का प्रयोग करता रहता है।