कानपुर देहात- न्याय पंचायत, ब्लॉक व जिला स्तरीय क्रीडा प्रतियोगिता के लिए व्यय हेतु शिक्षकों से बसूली पर स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। उन्होंने कहा है कि न्याय पंचायत, ब्लॉक व जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए निदेशालय से बजट आवंटित किया गया है। इसके बाद भी शिक्षकों से वसूली हुई तो बीएसए के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विभिन्न विकासखंडों में आयोजित की गई ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिताओं में शिक्षक संघों, शिक्षक संकुलो, प्रधानाध्यापकों से सहयोग राशि लेकर ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिताएं करवाईं गई हैं या करवाईं जा रही हैं। कई जनपदों में ब्लॉक व जिला स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता को लेकर शिक्षकों से चंदा इकट्ठा किया जा रहा है।
कहीं 500 तो कहीं 1000 तो कहीं 2000 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। शिक्षकों को निरीक्षण का भय दिखाकर संकुल शिक्षक व खंड शिक्षाधिकारियों के करीबी शिक्षक चंदा जुटा रहे हैं। इसकी शिकायत कई शिक्षकों ने महानिदेशक से करती तो कई ने मीडिया में इसकी जानकारी दी फिर क्या था मीडिया ने खबर को प्रमुखता से प्रकाशित कर दिया। मामले का खुलासा होने पर स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने इसका संज्ञान लिया और उन्होंने प्रदेश के सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि जिला और ब्लॉक स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता के लिए शिक्षकों से धन उगाही बहुत ही आपत्तिजनक है। इन कार्यक्रमों के लिए निदेशालय की ओर से बजट भेजा जा चुका है। इसके बाद भी यदि कहीं वसूली की शिकायत प्राप्त होती है तो संबंधित बीएसए के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।
इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय का कहना है कि सभी विकासखंडों में बेहतर तरीके से खेल प्रतियोगिताएं करवाई जा रही हैं किसी भी शिक्षक से खेल प्रतियोगिता कराए जाने के लिए चंदा नहीं लिया गया है। विभाग की तरफ से ही खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। जनपद स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के लिए भी तैयारियां पूर्ण कर ली गईं हैं।