लखनऊ, अमन यात्रा । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को चुनावी जनसभाओं में सपा पर तीखा हमला बोला। कहा कि इनके नाम और काम में बहुत अंतर है। इनका नाम समाजवादी, काम आतंकवादी और सोच परिवारवादी है। ये दंगावादी और तमंचावादी भी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात की अदालत ने 38 आतंकवादियों को फांसी और आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। उन्होंने एक आतंकवादी के पिता को सपा का प्रचारक बताकर अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि वह अपने चाचा शिवपाल को तो कुर्सी नहीं देते, लेकिन आतंकवादियों को सिर पर ढोते फिरते हैं, ताकि वे प्रदेश की जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर सकें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रेउसा, महमूदाबाद, मिश्रिख और पीलीभीत के पूरनपुर एवं बीसलपुर विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाओं को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार की उपलब्धियों का भी बखान किया। प्राथमिकताएं स्पष्ट करते हुए कहा कि हमने तय किया है कि एक हाथ से विकास कराएंगे और दूसरे से माफिया, आतंकियों और दंगाइयों की छाती पर बुलडोजर चढ़ाने का भी काम करेंगे। दोनों काम साथ चलेंगे। उन्होंने लोगों से सवाल पूछते हुए कहा कि अब होली-दीपावली में बिजली मिलती है या नहीं? यह भी बोले कि होली, दीपावली हो या फिर ईद-मुहर्रम भाजपा सरकार में सबको समान रूप से बिजली आपूर्ति हो रही है।

समाजवादी पार्टी मतलब आतंकियों की संरक्षणवादी : पीलीभीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट मामले का हवाला देते हुए समाजवादी पार्टी को आतंकियों की संरक्षणवादी पार्टी बताया। कहा कि पूर्व की सपा सरकार में आतंकियों के मुकदमे भी वापस लिए गए थे। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में अराजकता, सत्ता प्रायोजित दंगे, अपराध व अराजकता होती थी। प्रदेश में चारों ओर अराजकता थी। अन्नदाता किसान आत्महत्या करता था। व्यापारी तबाह, नौजवान बेरोजगार था।

भाजपा सरकार आने के बाद पांच साल में एक भी दंगा नहीं हुआ। महिलाओं व व्यापारियों का उत्पीडऩ नहीं होने दिया। कहीं कफ्र्यू नहीं लगा, कांवड़ यात्राएं निकलीं। अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए बोले कि फैसले से साबित हो गया कि सपा आतंकवादियों को समर्थन देती थी। नारे पर तंज कसा कि यही नई सपा है और नई हवा है। सपा सरकार ने दर्जन भर आतंकी मुकदमों को वापस लिया। अयोध्या, बिजनौर, लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर में आतंकी हमले हुए, सपा आरोपितों की पैरवी करती थी।