चित्रकूट,अमन यात्रा । खेत की रखवाली कर रहे किसान का क्षत विक्षत शव रेलवे ट्रैक पर मिलने से सनसनी फैल गई है। हालांकि खून के छींटे व जूते उसके खेत पर बनी झोपड़ी में मिले हैं, जिसमें वह सो रहे थे। जबकि शव खेत से करीब छह किलोमीटर दूर मझियारी रेलवे स्टेशन पर ट्रैक पाया गया है। स्वजन ने हत्या की आशंका जताई है जबकि सीओ का कहना है कि हत्या अभी कहना जल्द बाजी होगा। खेत में फसल की रखवाली के लिए किसान करंट लगाते है हो सकता है उसकी ही चपेट में आने से मौत हुई हो। दूसरा रूप देने के लिए शव को रेलवे ट्रैक पर रखा गया हो।

बरगढ़ थाना क्षेत्र के मोजरा मजरा मुरका में रहने वाले 65 वर्षीय किसान गिरवरधारी सिंह पटेल सेवानिवृत्त विधुत कर्मी थे। वह छत्तीसगढ़ में परिवहन विभाग में परिचालक थे लेकिन सेवानिवृत्त के कुछ साल पहले राज्य सरकार ने परिवहन विभाग को समाप्त कर  दिया था। सभी कर्मचारी को विधुत विभाग में समायोजित कर दिया था। नौकरी से सेवानिवृत्त होने बाद वह अपने गांव आ गए थे मोजरा में खेती बारी करते थे।

बताते हैं कि खेत पर ही झोपड़ी बना रखी थी जिसमें वह प्रतिदिन रात में रहते थे और खेतों की रखवाली करते थे। प्रतिदिन की तरह शनिवार की रात करीब नौ बजे भी खेत में चले गए। दूसरे दिन सुबह जब घर पर नहीं लौटे तो खोजबीन हुई। स्वजन खेत गए तो देखा कि उनके जूते झोपड़ी के पास पड़े थे और जमीन पर खून था। आसपास काफी खोजा गया लेकिन किसान का कोई पता नहीं चला।

दिन में करीब 12 बजे लोगों को सूचना मिली की मझियारी रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर एक वृद्ध का शव क्षत विक्षत पड़ा है। स्वजन और पुलिस गई तो शव की पहचान गिरवरधारी सिंह के रूप में हुई। उनके भाई राजेंद्र सिंह के मुताबिक भाई की हत्या खेत पर कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंका गया है।

 

वहीं मौके पर मौजूद मऊ सीओ सुबोध गौतम का कहना है कि किसान की हत्या की गई या उसका रूप दिया गया। यह कहना अभी जल्दबाजी होगी। जिस स्थान पर खून मिला है वहां से मझियारी स्टेशन करीब छह किलोमीटर दूर है। उतनी दूर रेलवे ट्रैक पर शव ले जाकर रखने का क्या कारण हो सकता है। इसका पता किया जा रहा है। चर्चा है कि यहां पर किसान खेतों की रखवाली के लिए करंट की तार लगाते हैं। हो सकता है कि उसी से कोई हादसा हुआ हो और इसको दूसरा रूप दिया जा रहा है। सभी एंगल से जांच की जा रही है। जांच में फोरेंसिक व डाग स्क्वायड टीम को भी लगाया गया है।