ओवरफ्लो पानी से किसानों की फसलें हुई पूरी तरह नष्ट, खेत बने तालाब
पिछले कुछ दिनों पहले मौदहा बांध का पानी ओवरफ्लो होने से किसानों के खेतों में पानी भर जाने से खरीफ की फसलें सहित जायद की हरी सब्जियां पूरी तरह तबाह हो गई। इसके बावजूद भी जिला प्रशासन ने किसानों की अभी तक कोई सुध नहीं ली।
हरि माधव मिश्रा ,राठ हमीरपुर : पिछले कुछ दिनों पहले मौदहा बांध का पानी ओवरफ्लो होने से किसानों के खेतों में पानी भर जाने से खरीफ की फसलें सहित जायद की हरी सब्जियां पूरी तरह तबाह हो गई। इसके बावजूद भी जिला प्रशासन ने किसानों की अभी तक कोई सुध नहीं ली। मामला तहसील राठ क्षेत्र के कस्बा खेड़ा गांव का है जहां पर पिछले कुछ दिनों पहले अत्यधिक बारिश होने से मौदहा बांध का पानी ओवरफ्लो हो गया था। जिसके चलते पानी किसानों के खेतों में घुसने से किसानों की फसलें पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। इतना ही नहीं पानी के बढ़ने से पानी गांव में भी प्रवेश कर चुका था। फलस्वरूप एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी किसानों के खेत आज भी तालाब बने हुए हैं। जहां पर किसानों की फसलों का नामोनिशान मिट गया। जिसकी शिकायत गांव के किसानों ने अधिकारियों से की इसके बावजूद भी जिम्मेदारों द्वारा अन्नदाताओ को कोई आर्थिक मदद का आश्वासन नहीं दिया।
गांव निवासी चंद्रभान, हरनारायण की 7–7 बीघा में पपीता, मूंग, उर्द, मूंगफली, मकाई जुंडी, नीबू, घुईया, भिंडी, बैंगन, खीरा, करेला, लौकी आदि सब कुछ नष्ट हो गया।किसानों ने अपना दुःख व्यक्त करते हुए
कहा कि फसलें पूरी तरह नष्ट होने से परिवार का पालन पोषण कैसे होगा। और आज भी खेत पानी से लबालब भरे हुए हैं जिससे आने वाले रवि की फसल की बुवाई भी नहीं हो सकेगी। इसलिए शासन प्रशासन सही तरीके से फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा दिलाए और यदि सरकार द्वारा मुआवजा नहीं जाता तो परिवार सहित आत्महत्या की भी चेतावनी दी है। निश्चित रूप से दुखी अन्नदाताओ का परिवार सदमे में है। इसलिए शासन प्रशासन किसानों के मामले को गंभीरता से लें।