इस पर जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्यालय में सभी बच्चे सर्दी के चलते स्वेटर, मोजा, जूता, ड्रेस के साथ विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य करे। वही जिलाधिकारी ने बच्चों से पठन-पाठन की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने रसोईघर का भी निरीक्षण किया। रसोईघर में उपस्थित रसोईया द्वारा बताया गया कि आज दाल, रोटी दिए जाने का दिन है, इस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि मध्यान भोजन में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें।
वहीं पर नये निर्माणाधीन आंगनवाड़ी बंद पाए जाने पर, जिलाधिकारी ने 10 दिन के अंदर साफ सुथरा कर आंगनवाड़ी निर्माणाधीन भवन में संचालित किए जाने के निर्देश दिए। वहीं पर संचालित मोहम्मदपुर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आंगनवाड़ी का जिलाधिकारी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति कम पाए जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए उपस्थित आंगनवाड़ी कार्यकर्ती को निर्देशित किया कि बच्चों की उपस्थिति शत-प्रतिशत पूर्ण करें, जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि बच्चों को समय से पोषण सामग्री का वितरण किया जाए, तथा पोषक ट्रैकर एप में सभी का फीडिंग शतप्रतिशत पूर्ण करें। जिलाधिकारी ने इसके पश्चात जर्जर पंचायत भवन में संचालित आयुर्वेदिक चिकित्सालय का निरीक्षण किया, चिकित्सालय में उपस्थित फार्मासिस्ट ने बताया कि करीब प्रतिदिन 30-35 ओपीडी होती है, जिसमें ज्यादातर मरीज पेट एवं खुजली के आते हैं इस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि मरीजों का इलाज सही प्रकार से करें।
वहीं पर ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि पंचायत भवन निर्माण हेतु जगह पर कुछ अराजक लोगों द्वारा नया पंचायत भवन निर्माण किए जाने में अवरोध उत्पन्न करते हैं, इस पर जिलाधिकारी ने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि पुलिस टीम एवं राजस्व टीम के साथ पंचायत भवन के निर्माण कार्य पूर्ण कराया जाए।
जिलाधिकारी ने ग्रामीण जनों की समस्याओं को सुना एवं उनके निस्तारण हेतु उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने ग्राम प्रधान को निर्देशित किया कि गांव में साफ सफाई ठीक प्रकार से कराएं तथा नाली चकरोड भी साफ कराएं। इस मौके पर उप जिलाधिकारी भोगनीपुर, तहसीलदार भोगनीपुर, जिला पूर्ति अधिकारी आदि अधिकारीगण एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहे।