कानपुर, अमन यात्रा । Holi 2021 त्योहारी सीजन में मिलावटखोरी बढ़ जाती है। इसे रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम लगातार छापेमारी कर रही है। शिकायत कहां की जाए, खुद जांच कराने की प्रक्रिया क्या है और मिलावट करने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई हो सकती है, आदि मुद्दों पर पहर का आयोजन किया। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अभिहित अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने लोगों की तमाम जिज्ञासाओं को शांत किया और मिलावट की शिकायत करने की अपील की।

  • उपभोक्ता नमूना किस तरह से चेक करा सकता है। -पदममोहन मिश्रा, दर्शनपुरवा

– नमूना चेक कराने के लिए एक हजार रुपये फीस लगती है। इसे अलीगंज स्थित प्रयोगशाला भेजा जाता है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद अगर नमूने में गड़बड़ी मिलती है तो कार्रवाई भी जाती है। कोई भी उपभोक्ता जांच करा सकता है।

  • सरकारी राशन की दुकान में मिलावट कर कोटेदार राशन देता है।- रमाकांत अग्रहरि

– आप अपनी शिकायत खाद्य औषधि प्रशासन विभाग के अलावा, एडीएम आपूर्ति और जिलापूर्ति अधिकारी से भी कर सकते हैं। आपने जो समस्या बताई है उसका समाधान होगा। जांच कराई जाएगी अगर कहीं कोई गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई होगी।

  • दुकानदार मनमाने तरीके से खाद्य पदार्थ बेचते हैं। मिलावट खूब कर रहे हैं। शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखते हैं या नहीं।-ओमनारायण दीक्षित,काकादेव

– शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखा जाता है। काकादेव क्षेत्र में अभियान चलाकर दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शिकायतकर्ता का नाम सिर्फ विभाग के लोगों के पास ही होता है। यदि कोई चाहे भी तो उसे नहीं बताया जाता है। कोई भी व्यक्ति लिखित या मौखिक रूप से शिकायत कर सकते हैं।

  • मिलावट से संबंधित शिकायत लोग कर सकें इसके लिए कंट्रोल रूम बनाएं। -सुनील कुमार, फजलगंज

– हमारी टीम निरंतर निरीक्षण करती है। नियमित दूध, दही, खाद्य तेल आदि खाद्य पदार्थों के नमूने लिए जाते हैं। आप क्षेत्रीय अफसर से मिलकर सुबह साढ़े नौ बजे से शाम चार बजे तक कभी भी शिकायत कर सकते हैं।

  • मिलावट रोकने के लिए अब तक आपके स्तर से क्या कार्रवाई हुई। – रामनरेश , कल्याणपुर

– मिलावटी खाद्य पदार्थ न बिकें, इसे लेकर चालू वित्तीय वर्ष में पांच हजार से अधिक निरीक्षण और छापेमारी कार्रवाई की गई है। जो नमूने अधोमानक मिले उनके विक्रेता व प्रोपराइटर के विरुद्ध एडीएम सिटी न्यायालय में वाद दायर किया गया। असुरक्षित नमूना आने पर न्यायालय में वाद दर्ज कराया जाता है।

  • खोवा लेने जाएं तो कैसे जानें कि मिलावटी है। -नवल किशोर गुप्ता, किदवई नगर

– हाथ में खोवा लें और उसमें देखें कि चिकनाहट है या नहीं। लंबी सी बत्ती बनाएं। अगर बत्ती बनाते समय वह टूटकर नहीं गिरता है तो यह कुछ हद तक ठीक रहता है। सूखे पाउडर के खोवा की बत्ती नहीं बनेगी और टूटकर गिर जाएगा।

  • त्योहार आते ही मिलावट बढ़ जाती है। रोकथाम के लिए क्या उपाय है।- राजेश सोनकर, लाटूश रोड

– मिलावटखोरी की रोकथाम के लिए शहर में सात टीमें सक्रिय हैं। जो छापेमारी कर रही हैं। घटिया खोवा, मिलावटी दूध व अन्य खाद्य पदार्थ जैसे मिठाई आदि तो मौके पर ही नष्ट करा दी जाती है। जनता को भी चाहिए कि वह फोन पर मिलावट की सूचना दे।

  • गोङ्क्षवदनगर बाजार में खोवा बहुत खराब मिलता है। -मोहित सविता, बर्रा सात

– गोङ्क्षवदनगर खोवा बाजार की शिकायत दर्ज कर ली गई है। जल्द ही यहां पर कार्रवाई की जाएगी।

  • आरओ प्लांट चलाने के लिए क्या करना होगा। -अतीक अहमद अंसारी, जाजमऊ

– पानी की बिक्री के लिए आइएसओ का प्रमाण पत्र जरूरी है। खुला पानी बेचना गैरकानूनी है।

इस नंबर पर करें शिकायत

  • मोबाइल नंबर: 9415043377