लखनऊ, अमन यात्रा । उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर मतांतरण के प्रकरण में वरिष्ठ आइएएस अफसर मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन की संलिप्तता की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव टीम (एसआइटी) की जांच में पुष्टि हो गई है कि मतांतरण के लिए प्रेरित करने वाला वायरल वीडियो कानपुर के कमिश्नर के बंगले का है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के चेयरमैन के पद पर तैनात मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन करीब तीन वर्ष तक कानपुर में मंडलायुक्त तथा श्रमायुक्त के पद पर तैनात रहे थे।

मतांतरण में संलिप्तता को लेकर कानपुर के पूर्व मंडलायुक्त मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के वायरल वीडियो को लेकर एसआइटी (विशेषज्ञ जांच दल) की जांच में टीम को सफलता मिलने लगी है। टीम को सात दिन में अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपनी है। एसआइटी के अध्यक्ष व क्राइम ब्रांच क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीबीसीआइडी) के महानिदेशक जीएल मीणा के साथ कानपुर जोन के एडीजी भानु भास्कर लगातार इस मामले को खंगालने में लगे हैं। कानपुर के अपर पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने इस मामले में अभी तक जो भी जांच की है, उसको भी एसआइटी टीम ने अपनी विवेचना में शामिल किया है।