गीतकार अनिल कुमार दोहरे

देश प्रेम

देश मांगेगा तो कुर्वानी हम देंगे। तुझपे लुटा अपनी नौजवानी हम देंगे। कुरवानियों के लिए कम नहीं पड़ेंगे। कभी भी…

1 year ago

थोड़ी देर ठहर जाऊं पीपल की छांव में दूर से चल के आया हूं तेरे गांव में।

थोड़ी देर ठहर जाऊं पीपल की छांव में दूर से चल के आया हूं तेरे गांव में। ना भूंख देखी…

1 year ago

मेहनत करते है हम तो कमाने खाने वाले हैं। सुना है अच्छे दिन आने वाले हैं।

मेहनत करते है हम तो कमाने खाने वाले हैं। सुना है अच्छे दिन आने वाले हैं। मेहनत से सब कुछ…

2 years ago

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