अब पढ़ाई के साथ कौशल विकास सीखेंगे बच्चे
परिषदीय स्कूलों के बच्चे अब पढ़ाई में दक्ष होने के साथ ही आत्मनिर्भर भी बनेंगे। चीन और जापान की तरह उन्हें शुरूआत से ही व्यवसायिक शिक्षा दी जाएगी।

अमन यात्रा, कानपुर देहात। परिषदीय स्कूलों के बच्चे अब पढ़ाई में दक्ष होने के साथ ही आत्मनिर्भर भी बनेंगे। चीन और जापान की तरह उन्हें शुरूआत से ही व्यवसायिक शिक्षा दी जाएगी। इसके लिए जिले के कुछ विद्यालयों में कौशल विकास केंद्र खोले जाएंगे। इसमें कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय और कुछ पूर्व माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं।
जिले में 1925 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं जिसमें करीब एक लाख 78 हजार बच्चे पंजीकृत हैं। अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों की तरह सरकारी स्कूलों की काया बदली जा रही है। आपरेशन कायाकल्प, कंपोजिट ग्रांट सहित अन्य मदों से विद्यालय में तमाम काम कराए जा रहे हैं। अब बच्चों में विभिन्न कौशल विकसित करने के उद्देश्य से जिले के परिषदीय स्कूलों में अलग-अलग कौशल विकास केंद्र खोले जाएंगे। महानिदेशक स्कूल शिक्षा का पत्र आने पर बेसिक शिक्षा विभाग स्कूलों की सूची तैयार करने में जुट गया है। इसमें कस्तूरबा गांधी विद्यालय संग दस ब्लॉक के दो-दो पूर्व माध्यमिक विद्यालय को शामिल किया जाना है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने कहा कि कौशल विकास केंद्र खोलने के लिए पत्र आया है जिसके लिए विद्यालय का चयन किया जा रहा हैैं।