ईद मिलादुन्नबी पर्व हमें प्रेम,मोहब्बत का पैगाम देता है
बारह रबी उल अव्वल के मौके पर जुलूस ए मोहम्मदी धूमधाम से निकाला गया। जहां बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग जुलूस में शामिल हुए। सुबह 8 से शुरु हुआ जुलूस दोपहर 2 बजे समाप्त हुआ।
- जुलूस-ए-मोहम्मदी धूमधाम से निकाला गया
- सुबह 8 से शुरु हुआ जुलूस दोपहर 2 बजे समाप्त हुआ।
अमन यात्रा, रसूलाबाद । बारह रबी उल अव्वल के मौके पर जुलूस ए मोहम्मदी धूमधाम से निकाला गया। जहां बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग जुलूस में शामिल हुए। सुबह 8 से शुरु हुआ जुलूस दोपहर 2 बजे समाप्त हुआ। पैगंबर इस्लाम हुजूर हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की यौमे पैदाइश की मौके पर रसूलाबाद क्षेत्र में एक दिन पहले जहां चारागा किया गया। वहीं दूसरे दिन गुरुवार को धूमधाम से जुलूस कए मोहम्मदी निकाला गया। जुलूस की शुरुआत मुख्य चौराहा से हुई। नगर के सभी मोहल्लों के जुलूस मुख्य चौराहा पर एकत्र हुए। जहां तमाम उलेमाओं ने तकरीरें कीं। पेश इमाम हाजी अब्दुल रऊफ खान बकाई ने तकरीर करते हुए बताया कि इस्लाम मोहब्बत से फैला है। हम सबके आक़ा जब दुनियां में तशरीफ़ लाए तब इंसानियत नहीं थी, उन्होंने लोगों को इंसानियत का दर्श दिया।
हमारे आक़ा तमाम आलम के लिए रहमत बनकर आए हैं। वहीं मौलाना नायाब खान अजहरी ने कहा कि ईद मिलादुन्नबी पर्व हमें प्रेम,मोहब्बत का पैगाम देता है। मौलाना कुतुबुद्दीन व मौलाना गुलाम मुरसलीन ने भी तकरीरें कीं। वहीं बयानात के बाद जुलूस बिल्हौर मार्ग विषधन तिराहा, लोहिया नगर होते हुए रहीम नगर पूर्व प्रधान अकील अहमद पट्टा के आवास पर पहुंचा। इसके बाद नेहरू नगर से होते हुए बेला मार्ग कबीर नगर हजरत गुलपीर शाह बाबा की मजार से होते हुए मुख्य चौराहा से झींझक रोड तिराहा आजाद नगर होते हुए कानपुर रोड विकास नगर पहुंचा।इसके बाद झींझक रोड होते हुए वापस कस्बे के आजाद नगर वार्ड में पहुँचा।
जहाँ परंपरागत ढंग से पेश इमाम हाजी अब्दुल रऊफ खान बक़ाई के आवास पर दुरूदो फ़ातिहा के साथ जुलूस का समापन हुआ। इस मौके पर प्रमुख रूप से अतहर खान भुटटो, हाजी फैजान खान, मुबीन सिद्दीकी राजा, डॉ मुस्तकीम, आज़म खान, परवेज़ अहमद, मुबीन राईन, सज्जाक राईन,अकरम वारसी, सभासद सुहैल अहमद, मशरूफ नवाज़, हाशिम खान, गुलाम मदार, सिराज अहमद, मीनू राईन,सरताज अशरफ, वासिफ खान, सिराज मंसूरी,शाहरुख मंसूरी, महफूज खान, मुमताज अहमद, नसीम वारसी,रहीस निजामी आदि रहे।