कानपुर में किसानों को जोड़ने के लिए सक्रिय हुआ कांग्रेस का फ्रंटल संगठन, समझा रहे कृषि कानून के दोष
जिलाध्यक्ष ने पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि वह किसानों के बीच जाएं। चौपाल लगाएं और उन्हें कृषि कानून की विस्तृत जानकारी दें। इस दौरान किसान सवाल जवाब भी कर सकते हैं इसलिए उत्तर देकर उन्हें संतुष्ट जरूर करें।
कानपुर, अमन यात्रा। किसानों के रेल रोको आंदोलन का प्रदेश में कोई असर नहीं हुआ। इसे देखते हुए अब कांग्रेस का फ्रंटल संगठन किसान कांग्रेस सक्रिय हो गया है। किसानों को जोड़ने और उन्हें कृषि कानून की खामियां बताने के लिए कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों में जाने के लिए तैयार हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने स्पष्ट तौर पर किसानों से जुड़ने और उन्हें पार्टी से जोड़ने के निर्देश दिए हैं।
कांग्रेस का फ्रंटल संगठन है किसान कांग्रेस। किसानों से लगातार संपर्क रखने और उनकी समस्याओं को पार्टी स्तर पर उठाने के लिए इस संगठन के कार्यकर्ता काम करते हैं हालांकि अभी तक इसके पदाधिकारी बड़े स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में ही दिखाई देते थे। अब इसे तहसील और ब्लाक स्तर पर भी सक्रिय कर दिया गया है। शुक्रवार को किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नरेंद्र चंचल ने तहसील और ब्लाक स्तर पर 14 पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी। जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही उनके साथ बैठक की गई। इस बैठक में तीनों कृषि कानून पर चर्चा हुई। पदाधिकारियों को कृषि कानूनों के गुण-दोष के बारे में भी विस्तार से बताया गया। जिलाध्यक्ष ने पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि वह किसानों के बीच जाएं। चौपाल लगाएं और उन्हें कृषि कानून की विस्तृत जानकारी दें। इस दौरान किसान सवाल जवाब भी कर सकते हैं इसलिए उत्तर देकर उन्हें संतुष्ट जरूर करें। जिलाध्यक्ष के इस निर्देश के बाद अब पदाधिकारी भी कृषि कानून के गुण दोष को समझाने में जुट गए हैं।
Author: AMAN YATRA
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