कानपुर मेट्रोः नाना और तात्या के बाद अब कानपुर मेट्रो की तीसरी और चौथी टनल बोरिंग मशीनों का नाम होगा आजाद’ और विद्यार्थी
मेट्रो रेल परियोजना के पहले कॉरिडोर (आईआईटी - नौबस्ता) के अंतर्गत कानपुर सेंट्रल-ट्रांसपोर्ट नगर भूमिगत सेक्शन में टनल निर्माण कार्य कर रही तीसरी और चौथी टनल बोरिंग मशीनों (टीबीएम मशीनों) का नाम स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले महान क्रांतिकारियों चन्द्रशेखर ‘आजाद' और गणेश शंकर ‘विद्यार्थी‘ के नाम पर ‘आजाद' और ‘विद्यार्थी‘ होगा। इस सेक्शन में सबसे पहले कानपुर सेंट्रल से नयागंज तक लगभग 1250 मीटर लंबे टनल का निर्माण किया जा रहा है।
- स्वतंत्रता संग्राम में कानपुर शहर की ऐतिहासिक भूमिका के स्मृतिस्वरूप लिया गया फैसला
प्रांजल सचान, कानपुर : मेट्रो रेल परियोजना के पहले कॉरिडोर (आईआईटी – नौबस्ता) के अंतर्गत कानपुर सेंट्रल-ट्रांसपोर्ट नगर भूमिगत सेक्शन में टनल निर्माण कार्य कर रही तीसरी और चौथी टनल बोरिंग मशीनों (टीबीएम मशीनों) का नाम स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले महान क्रांतिकारियों चन्द्रशेखर ‘आजाद’ और गणेश शंकर ‘विद्यार्थी‘ के नाम पर ‘आजाद’ और ‘विद्यार्थी‘ होगा। इस सेक्शन में सबसे पहले कानपुर सेंट्रल से नयागंज तक लगभग 1250 मीटर लंबे टनल का निर्माण किया जा रहा है। ‘अपलाइन‘ पर टनलिंग कर रही तीसरी टीबीएम मशीन, ‘आजाद’ अपना इनिशियल ड्राइव पूरा कर चुकी है। दूसरी तरफ ‘डाउनलाइन‘ पर चौथी टीबीएम मशीन ‘विद्यार्थी‘ को लोअर किया जा चुका है और जल्द ही इसे लॉन्च करने की तैयारी चल रही है।
आजादी के अमृत महोत्सव में देश को सर्वस्व समर्पित करने वाले और कानपुर शहर से विशेष संबंध रखने वाले क्रांतिकारियों के नाम पर टीबीएम मशीनों का नामकरण यूपीएमआरसी की ओर से वीर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक श्री सुशील कुमार ने इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हम देश के उन वीर सपूतों को स्मृतिस्वरूप श्रद्धांजलि भेंट कर रहे हैं जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए निःस्वार्थ भाव से अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। कानपुर मेट्रो ने ऐसे क्रांतिकारियों को प्रेरणास्त्रोत मानकर ही कानपुर सेंट्रल-ट्रांसपोर्ट नगर भूमिगत सेक्शन में टनल निर्माण करने वाली अपनी दोनों नई टीबीएम मशीनों का नाम ‘आजाद‘ और ‘विद्यार्थी‘ रखने का निर्णय लिया है। चुन्नीगंज-नयागंज सेक्शन में भी टनल निर्माण का कार्य कर रही दोनों टीबीएम मशीनों का नाम प्रसिद्ध क्रांतिकारियों नाना साहब पेशवा और तात्या टोपे के नाम पर ‘नाना‘ और ‘तात्या‘ रखा गया था। ये नाम अनंत समय तक हमारी आने वाली पीढ़ियों को देशसेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे।‘‘
23.78 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर-1 (आईआईटी-नौबस्ता) के अंतर्गत वर्तमान में, कानपुर मेट्रो की यात्री सेवाएं 9 किलोमीटर लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर (आईआईटी-मोतीझील) पर चल रही हैं। चुन्नीगंज-नयागंज और कानपुर सेंट्रल -ट्रांसपोर्ट नगर भूमिगत सेक्शन के अलावा लगभग 5 किमी लंबे बारादेवी-नौबस्ता उपरिगामी सेक्शन में भी निर्माण कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है।