कानपुर यूनिवर्सिटी की वार्षिक परीक्षाओं में इस बार आएंगे बहुविकल्पीय सवाल,
छत्रपति शाहू जी महाराज विवि की वार्षिक परीक्षाओं में इस बार बहुविकल्पीय प्रश्न आएंगे। इसमें ग्रेजुएशन सेकेंड ईयर में 100 में 75 प्रश्नों और पोस्ट ग्रेजुएशन में 60 में 50 प्रश्नों को हल करना होगा। ग्रेजुएशन थर्ड ईयर के सभी प्रश्नपत्रों में 25-25 यानी कुल 75 प्रश्नों को हल करना होगा।

अमन यात्रा : छत्रपति शाहू जी महाराज विवि की वार्षिक परीक्षाओं में इस बार बहुविकल्पीय प्रश्न आएंगे। इसमें ग्रेजुएशन सेकेंड ईयर में 100 में 75 प्रश्नों और पोस्ट ग्रेजुएशन में 60 में 50 प्रश्नों को हल करना होगा। ग्रेजुएशन थर्ड ईयर के सभी प्रश्नपत्रों में 25-25 यानी कुल 75 प्रश्नों को हल करना होगा।
यह जानकारी कानपुर यूनिवर्सिटी ज्योग्राफर्स एकेडमिक एसोसिएशन (कूगा) की ओर से आयोजित स्पेशल लेक्चर्स ऑन एमसीक्यू बेस्ड एग्जाम व्याख्यानमाला में कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव ने दी उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर ही प्रायोगिक परीक्षाओं के अंक निर्धारित किए जाएंगे। इस दौरान वक्ताओं ने एमसीक्यू (मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन) पर अपने सवाल किए, जिसका कुलसचिव ने जवाब दिया।
फ़िज़िकल एडुकेशन के 6 नए कोर्स
कोरोना महामारी के बाद लोगों को अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी जागरूक हुए हैं। कोरोना काल में लगे लॉकडाउन में लोगों ने अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने पर जोर दिया और साथ ही एक्सरसाइज कर अपनी बॉडी को फिट रखने की तरफ ध्यान दिया। ऐसे में छत्रपति शाहू जी महाराज इस आदत को बढ़ावा देने के लिए प्रोफेशनल्स तैयार कर रहा है। जिसमें फिजिकल एजुकेशन के 6 नए कोर्स आने वाले सेशन से शुरू कर दिए जाएंगे।
यह है नए कोर्स
पीजी डिप्लोमा इन हेल्थ एंड फिटनेस, पीजी डिप्लोमा इन योगा एजुकेशन, सर्टिफिकेट कोर्स इन लाइफगार्ड, सर्टिफिकेट कोर्स इन जिम-पर्सनल ट्रेनर, बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स, सर्टिफिकेट कोर्स इन योगा,
छात्रों को मिलेगा रोजगार
यूनिवर्सिटी द्वारा शुरू किए जा रहे इन 6 नए कोर्स को सत्र- 2021-22 में शुरू किया जाएगा। जिसमें एडमिशन के लिए जुलाई में ही एडमिशन फॉर्म जारी होगा। ऐसा पहली बार होगा जब शहर के छात्र फिजिकल एजुकेशन में भी अपनी पढाई कर सकेंगे। इस कोर्स को करने के बाद छात्रों को कॉलेजों, स्कूलों, हॉस्पिटल और कई अन्य सरकारी संस्थानों में भी नौकरी मिल सकती है। इसके अलावा यह कोर्स करने के बाद पर्सनल ट्रेनर के तौर पर भी अच्छा काम किया जा सकता है।