चलने वाली सड़क पर महिलाओं ने लगाया धान
अपने-अपने गांव की समस्याओं को लेकर आम जनता भी अब निरंतर जागरूक होती जा रही है और विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से समस्याओं के निस्तारण की पहल करती हुई दिखाई दे रही है।

- सड़क निर्माण को लेकर वर्षों से गुहार लगा रहे ग्रामीण
विवेक सिंह , ऐरायां/फतेहपुर : अपने अपने गांव की समस्याओं को लेकर आम जनता भी अब निरंतर जागरूक होती जा रही है और विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से समस्याओं के निस्तारण की पहल करती हुई दिखाई दे रही है।इसी क्रम में विकास खंड हथगाम के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कासिमपुर मजरे बिसुई गांव की महिलाओं ने आवागमन के लिए मुख्य मार्ग में धान लगाकर ग्राम पंचायत एवं अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया कि इस सड़क पर चलना अब संभव नहीं रह गया है।एक दशक से सड़क की मांग को लेकर ग्रामीण थक चुके हैं।इस सड़क के निर्माण के लिए न तो ग्राम पंचायत सुनवाई कर रही है और न ही विकास खंड मुख्यालय से ही कोई पहल की जा रही है।

बताया जा रहा है कि लगभग 10 वर्षों से सड़क या पक्के रास्ते की आस लगाए ग्रामीणों की जब आस टूटती नजर आई को शुक्रवार को ग्रामीण महिलाओं ने कासिमपुर ग्रामसभा के बिसुई के रास्ते में भरे पानी पर धान रोप कर विरोध दर्ज कराते हुए ग्राम पंचायत एवं विकास विभाग से जुड़े अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया कि सड़क की हालत बहुत खराब है।महिलाओं ने बताया कि खंड विकास अधिकारी और संबंधित अधिकारियों को ध्यान आकर्षित करने के लिए धान रोपा गया है।ममता देवी, इन्द्रानी,रूपरानी,रेखा देवी,ममता देवी,रोहित आदि ने आवागमन के रास्ते पर धान रोपकर बता दिया गया कि गांव की सड़क का क्या हाल है।