जनपद में निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर उर्वरक की बिक्री ना हो, उर्वरक की बिक्री पीओएस मशीन से ही की जाए: आलोक सिंह
जिला उर्वरक समिति की बैठक जिलाधिकारी आलोक सिंह की अध्यक्षता में मां मुक्तेश्वरी देवी सभागार कलेक्ट्रेट में संपन्न हुई।
कानपुर देहात। जिला उर्वरक समिति की बैठक जिलाधिकारी आलोक सिंह की अध्यक्षता में मां मुक्तेश्वरी देवी सभागार कलेक्ट्रेट में संपन्न हुई। बैठक में जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जनपद में मुख्य रूप से यूरिया और डीएपी की मांग किसानों द्वारा की जाती है, वर्तमान वित्तीय वर्ष में डीएपी की खपत अनुमान से अधिक हुई है,जिसकी कमेटी बनाकर जांच की जा रही है।
जिलाधिकारी द्वारा रबी फसलों के दृष्टिगत जनपद में उर्वरक की उपलब्धता, खपत की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि जनपद में निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर उर्वरक की बिक्री ना हो, उर्वरक की बिक्री पीओएस मशीन से ही की जाए। जिलाधिकारी द्वारा जनपद के थोक विक्रेताओं को निर्देश दिया गया कि जिस ट्रक द्वारा उर्वरक की आगत की जाये उसकी सूचना जिला कृषि अधिकारी को पूर्व में दी जाए । उन्होंने कहा कि कोई भी रिटेलर यूरिया के साथ अन्य किसी उत्पाद को जोड़कर बिक्री नहीं करेगा, पारदर्शी व्यवस्था के तहत ई पास मशीनों से उर्वरक की बिक्री सुनिश्चित कराई जाए। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने उर्वरकों के मूल्य नियंत्रण को लेकर कई दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा किसानों को गेहूं की बुआई के साथ यूरिया की जरूरत होगी,किसानों की जरूरत को देखते हुए जिले में यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। फसलों की बुआई के बाद अधिक मात्रा में यूरिया की जरूरत पूरे जिले में किसानों को होगी। किसानों की जरूरत को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित हो यह जिम्मेदारी यूरिया के थोक व्यवसायियों की होगी। उन्होंने कहा कि जिले में कही भी उर्वरक की कालाबाजारी होने की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाय। जमाखोरी कर किसानों से अधिक दर लेने वाले व्यवसायियों पर सख्त कार्यवाही की जाय। अंत में जिला कृषि अधिकारी द्वारा पी0एम0 प्रणाम योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई । बैठक में उप कृषि निदेशक राम बचन राम, जिला कृषि अधिकारी डॉ उमेश गुप्ता, जिला कृषि रक्षा अधिकारी जिला सहकारिता अधिकारी,उर्वरक कंपनियों के प्रतिनिधि,उर्वरक विक्रेता आदि उपस्थित रहे।