टीचर्स ध्यान दें ! अब देर से स्कूल आने पर होगा ऐक्शन, बीएसए ने जारी किया सख्त आदेश
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने अब बीएसए कार्यालय, बीआरसी केंद्रों से लेकर परिषदीय विद्यालयों तक में अब सख्ती शुरू कर दी है।

- समय से पहुंचे ऑफिस और स्कूल वरना एक्शन के लिए रहें तैयार
अमन यात्रा, कानपुर देहात। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने अब बीएसए कार्यालय, बीआरसी केंद्रों से लेकर परिषदीय विद्यालयों तक में अब सख्ती शुरू कर दी है। विभिन्न बीआरसी केंद्रों से ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि बीआरसी केंद्र समय से नहीं खुलते और समय से पहले बंद भी हो रहे हैं। इसके पीछे बीएसए ने नियमों का हवाला देते हुए सख्त आदेश जारी किया है।
यही नहीं अब स्कूलों में भी अगर ऐसी लापरवाही देखने को मिलती है तो संबंधित पर भी कार्यवाही की जाएगी। बीएसए रिद्धी ने सभी स्कूलों के लिए भी टाइम एंड मोशन शासनादेश के तहत नियम बना दिया है। स्कूलों में बीएसए द्वारा किसी भी दिन कहीं भी औचक निरीक्षण किया जा सकता है। उस दौरान अगर कोई शिक्षक समय से उपस्थित नहीं मिला तो उसकी गैरहाजिरी लगाते हुए सख्त कार्यवाही की जाएगी। बता दें विभागीय कार्यालय के अलावा ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर भी स्कूल समय में ही बेवजह कुछ शिक्षकों के मौजूद रहने जैसी स्थितियां प्रकाश में आईं हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने शिक्षक एवं कर्मचारियों की ऐसी स्थिति पर कड़ी नाराजगी जताई है तथा चेतावनी दी है कि यदि कोई शिक्षक कर्मचारी सक्षम अधिकारी की अनुमति तथा अवकाश लिए बिना किसी भी कार्यालय तथा स्कूल से अलग दूसरे स्थानों पर मौजूद होने की स्थिति सामने आती है तो संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। खंड शिक्षा अधिकारियों को भी इस मामले पर निर्देश दिए गए हैं कि वह ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर भी नजर रखें तथा यहां स्कूल समय में देखने वाले शिक्षक कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही करें।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने का कहना है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए मै प्रतिबद्ध हूं कुछ शिक्षक अपनी समस्या के निस्तारण के लिए स्कूल संचालन की अवधि में कार्यालय में आते हैं। इससे पढ़ाई प्रभावित होती है जो कतई उचित नहीं है। उन्होंने सभी विकासखंडों के बीईओ को निर्देश दिए हैं कि कोई भी शिक्षक स्कूल समय में कहीं न जाए। इस आदेश का कड़ाई से पालन कराया जाए। शिक्षकों ने इस आदेश को सराहा है।