नहीं करना था प्रमोशन तो क्यों शुरू की थी प्रक्रिया
बेसिक शिक्षा विभाग अपने दावों पर खरा साबित नहीं हो रहा है। छह माह पूर्व शुरू की गई प्रमोशन प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है। बेसिक शिक्षा विभाग ने कुछ माह पूर्व बड़े तामझाम से प्रमोशन प्रक्रिया शुरू की थी।
- बेसिक शिक्षा विभाग पर लागू नहीं होता सीएम योगी का आदेश
लखनऊ / कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग अपने दावों पर खरा साबित नहीं हो रहा है। छह माह पूर्व शुरू की गई प्रमोशन प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है। बेसिक शिक्षा विभाग ने कुछ माह पूर्व बड़े तामझाम से प्रमोशन प्रक्रिया शुरू की थी। कहा गया था कि पहले प्राथमिक विद्यालयों के सहायक शिक्षकों की पदोन्नति की जाएगी। बीएसए को ज्येष्ठता सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए। कई माह तक ज्येष्ठता सूची बनती रही। एक के बाद एक आदेश निकाल कर आए विभाग पदोन्नति प्रक्रिया को लंबा खींचता रहा। किसी तरह ज्येष्ठता सूची तैयार हुई लेकिन इसके बाद से विभाग ने प्रमोशन की दिशा में कोई काम नहीं किया। विभाग कई बार डेडलाइन जारी कर चुका लेकिन किसी पर भी खरा नहीं उतरा। शिक्षकों का कहना है कि जब समय पर प्रमोशन नहीं करना था तो फिर प्रक्रिया शुरू कर शिक्षकों का मानसिक शोषण क्यों किया गया। तंज कसते हैं कि जिस तरह बिना प्रमोशन के एक दशक से अधिक का समय काट दिया है वैसे आगे भी कट जाएगा। यह बेसिक शिक्षा विभाग है यहां ऐसे ही नौटंकी चलती रहती है।
विभाग पर लागू नहीं होता सीएम का आदेश-
शिक्षक कहते हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि सभी विभाग 30 सितंबर तक प्रमोशन प्रक्रिया पूरी कर लें प्रक्रिया पूरी करने की छोड़िए अब इस पर कोई बात भी नहीं की जा रही है। अफसरों ने कई माह से प्रक्रिया लटकाए रखी है। टीईटी को लेकर भी विभाग अब तक फैसला नहीं कर सका है। यह प्रकरण कोर्ट में गया था लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है।