ध्वस्त किए जाएंगे जर्जर स्कूल भवन, उनकी जगह बनेंगे “नवीन स्कूल”
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित जिले के जर्जर स्कूल भवनों को ध्वस्त किए जाने का रास्ता साफ हो गया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने बच्चों को खतरे से बाहर निकालने के लिए जर्जर स्कूल भवनों को गिराने का निर्णय लिया है। ध्वस्त होने के बाद इन भवनों के स्थान पर नए भवन के निर्माण के लिए बेसिक शिक्षा विभाग राज्य परियोजना कार्यालय को पत्र भेजेगा।
कानपुर देहात,अमन यात्रा : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित जिले के जर्जर स्कूल भवनों को ध्वस्त किए जाने का रास्ता साफ हो गया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने बच्चों को खतरे से बाहर निकालने के लिए जर्जर स्कूल भवनों को गिराने का निर्णय लिया है। ध्वस्त होने के बाद इन भवनों के स्थान पर नए भवन के निर्माण के लिए बेसिक शिक्षा विभाग राज्य परियोजना कार्यालय को पत्र भेजेगा। पूर्व में जनपद में करीब 305 विद्यालयों के भवन जर्जर चिह्नित किए गए थे। बता दें महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर पुनर्निर्माण योग्य भवनों का ब्योरा मांगा है। इसमें ऐसे भवनों के बारे में बताना होगा जिनके पुनर्निर्माण के लिए अन्य योजना या वार्षिक कार्ययोजना व बजट से स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है।
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जहां पुनर्निर्माण होना है वहां निशुल्क, निर्विवाद व पर्याप्त भूमि उपलब्ध हो। साथ ही ऐसे भवन हों जिनकी नीलामी / ध्वस्तीकरण की कार्यवाही नियमानुसार पूरी की जा चुकी हो। सभी सूचनाएं पांच अगस्त तक देने को कहा गया है। पुराने ध्वस्त भवन के स्थान पर नए भवन बनाने के लिए राज्य सरकार से धनराशि स्वीकृत की गई है। दिसंबर तक इस धनराशि का उपभोग किया जाना है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पाण्डेय ने बताया कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से जर्जर स्कूल भवनों की सूचना मांगी है साथ ही पुनर्निर्माण की जहां-जहां आवश्यकता है की सूचना भी मांगी है।