नैनो यूरिया तकनीकी पर आधारित एक अनूठा उर्वरक
उप निदेशक कृषि ने कृषि के क्षेत्र में नैनो यूरिया के प्रयोग के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि नैनो यूरिया तकनीकी पर आधारित एक अनूठा उर्वरक है। उन्होंने कहा कि इसके छिड़काव से साधारण यूरिया की तुलना में उर्वरक उपयोग दक्षता में सार्थक वृद्धि होती है जिससे एक रक्षक गुणवत्ता युक्त अधिक उपज पाने में सहायता प्राप्त कर सकता है।
- कृषकों के मध्य जागरूकता बढ़ाने हेतु नैनो यूरिया का ड्रोन द्वार छिड़काव प्रदर्शन कृषि विभाग द्वारा किया गया
- विकसित भारत यात्रा की फिल्म देख, लाभार्थियों को दिलाई गई पंच प्रण की शपथ
कानपुर देहात : उप निदेशक कृषि ने कृषि के क्षेत्र में नैनो यूरिया के प्रयोग के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि नैनो यूरिया तकनीकी पर आधारित एक अनूठा उर्वरक है। उन्होंने कहा कि इसके छिड़काव से साधारण यूरिया की तुलना में उर्वरक उपयोग दक्षता में सार्थक वृद्धि होती है जिससे एक रक्षक गुणवत्ता युक्त अधिक उपज पाने में सहायता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि इसके प्रयोग से बिना उपज प्रभावित किए यूरिया या अन्य नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों की मात्रा में कटौती भी देखने को मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह नैनो यूरिया फसलों के लिए उपयोगी है एवं पर्यावरण के लिए अनुकूल एवं टिकाऊ खेती के लिए बहु उपयोगी है एवं वातावरण प्रदूषण की समस्या के दृष्टिगत मिट्टी हवा और पानी की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। उन्होंने कृषकों को जानकारी देते हुए कहा कि इसका भंडारण व इसकी उपलब्धता भी बाजारों में बहुतायत में है। नेनी यूरिया तरल भारत सरकार दारा प्रमाणित विश्व का प्रथम स्वदेशी नेनी उर्वरक है।
इसकी उपयोग दाता 90% से अधिक है। नैनी यूरिया ताल की एक बोतल एक बोरी यूरिया के बराबर है जिसके लाभ में फसल उपज में वृद्धि, उत्पाद की गुणवत्ता में वृद्धि, वायु, जल एवं मृदा प्रदूषण में कमी, पूर्णतः हानिरहित एवं सुरक्षित, कीट एवं रोगों का प्रभाव कम पड़ता है, परिवहन एवं भंडारण आसान व किफायती, अधिक वर्षा होने के बाद तेज हवाये चलने पर फसल को निरने से बचाता है, खरपतवार बढ़ने से रोकता है जैसे अन्य लाभ हैं। इसका बेहतर परिणाम पाने हेतु छिड़काव सुबह या शाम को करें जब पत्तियों पर ओस ना हो, स्प्रे के लिए फ्लैट फैन या कट नोजल का प्रयोग करें, यद्यपि नैनो यूरिया विष मुक्त है फिर भी छिड़काव के समय मास्क और दस्ताने का प्रयोग करे, वर्षा की सम्भावना होने पर छिड़काव न करें। यदि छिड़काव के 8 घंटे के अन्दर बरसात हो आये तो दुबारा छिड़काव करना चाहिए, ठंडे व सूखे स्थान पर भंडारण करें, बच्चों एवं जानवरों की पहुँच से दूर रखें। इसका उपयोग 60 मि0ली0 (ढाई ढक्कन) नैनो यूरिया का प्रयोग प्रति टंकी (15 लीटर क्षमता वाली स्प्रेयर की टंकी) के अनुसार करना चाहिए, पहली सिंचाई के उपरान्त दानेदार यूरिया का प्रयोग करें, तत्पश्चात् 10 से 15 दिन बाद नैनो यूरिया का छिड़काव करें।
आज ग्राम पंचायत तिगाई विकास खंड अकबरपुर मे व विकास खंड रसूलाबाद के ग्राम पंचायत अजनपुर के कृषक श्री पुष्पेंद्र सिंह के आलू के खेत मे एक एकड़ क्षेत्रफल मे नैनो यूरिया एवम नैनो डी ए पी का ड्रोन की सहायता से छिड़काव किया गया। इससे प्रथक अकबरपुर ब्लॉक के ग्राम तिगाई में जहां कृषि विभाग द्वारा नैनो यूरिया के छिड़काव का ड्रोन द्वारा प्रदर्शन किया गया जिसमें कृषि विभाग के साथ ग्राम विकास विभाग द्वारा तथा बैंक द्वारा स्टॉल लगाया गया था।
प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि, प्रधानमंत्री आवास योजना तथा अन्य विकास कार्यक्रमों में किसानों की समस्याओं का लाभार्थी की समस्याओं का समाधान किया गया। उन्होंने बताया कि जनपद में विकसित भारत संकल्प यात्रा तीन विकास खण्डो में संचालित हो रही है आज विकासखंड अकबरपुर के तिगाई में जिला अध्यक्ष भाजपा मनोज शुक्ला की उपस्थिति में प्रधानमंत्री जी तथा मा0 मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में विकास कार्यों को आगे बढ़ा कर विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया गया तथा गांव वासियों की समस्याओं के समाधान के लिए सभी ग्राम स्तरीय कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित किया गया। साथ ही।
सभी विभाग द्वारा स्टाल लगाए जा रहे हैं विकसित भारत संकल्प यात्रा में विकसित भारत की तरफ बढ़ते हुए सभी योजनाओं में लाभार्थियों का चयन कर संतृप्त किए जाने का संकल्प लिया गया। खंड विकास अधिकारी प्रेम प्रकाश त्रिपाठी द्वारा सभी स्टालों का निरीक्षण किया गया माननीय प्रधानमंत्री जी का संदेश तथा विकसित भारत यात्रा की फिल्म दिखाई गई व लाभार्थियों को सभी विकास योजनाओं की जानकारी दी गई पंच प्रण की भी शपथ दिलाई गई जिसमें सभी से विकसित भारत संकल्प की ओर आगे बढ़ाने के लिए आह्वान किया गया।