आधुनिक युग में बुजुर्गों को अकेला छोड़ना दुखद: कंचन मिश्रा
पितृ विसर्जन के पावन अवसर पर सेवा संस्था की अध्यक्ष कंचन मिश्रा ने रानियां स्थित वृद्धाश्रम में पहुंचकर बुजुर्गों को फल और खाद्य सामग्री वितरित की।

- कंचन मिश्रा ने वृद्धाश्रम में पहुंचकर बुजुर्गों का किया सम्मान
रानियां, कानपुर देहात: पितृ विसर्जन के पावन अवसर पर सेवा संस्था की अध्यक्ष कंचन मिश्रा ने रानियां स्थित वृद्धाश्रम में पहुंचकर बुजुर्गों को फल और खाद्य सामग्री वितरित की। इस दौरान उन्होंने बुजुर्गों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और उन्हें आश्वस्त किया कि वे हमेशा उनके साथ हैं। कंचन मिश्रा ने कहा, “हम सभी को अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। वे हमारे जीवन के आधार हैं। हमें उन्हें प्रेम और सम्मान देना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों को समाज का सहयोग मिलना चाहिए। हमें उन्हें अकेला महसूस नहीं होने देना चाहिए।
बुजुर्गों के प्रति समाज का कर्तव्य-कंचन मिश्रा ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आजकल लोग अपने बुजुर्ग माता-पिता को वृद्धाश्रम में छोड़ देते हैं, जो बहुत दुखद है। उन्होंने कहा, “हमारे समाज में बुजुर्गों का बहुत सम्मान होता था। लेकिन आज के समय में यह सम्मान कम होता जा रहा है। हमें अपने बच्चों को बुजुर्गों के प्रति सम्मान करना सिखाना होगा।”
संस्था का योगदान- कंचन मिश्रा की संस्था समय-समय पर वृद्धाश्रम में आकर बुजुर्गों की सेवा करती है। संस्था ने वृद्धाश्रम में निःशुल्क नेत्र शिविर भी आयोजित किया है। कंचन मिश्रा ने कहा कि वे भविष्य में भी वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों की हर संभव मदद करेंगी।
बुजुर्गों ने जताया आभार– वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों ने कंचन मिश्रा और उनकी टीम का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कंचन मिश्रा की वजह से उन्हें बहुत अच्छा लगता है और वे हमेशा उनके आने का इंतजार करते हैं।इस कार्यक्रम में संस्था के सक्रिय सदस्य मुकेश पुरवार, सुनील पांडेय, अर्चना पुरवार, मयंक मिश्रा, अमित तिवारी, आशीष त्रिवेदी, अम्बरीष गुप्ता, अंजना सिंह, ऋषभ तिवारी और रामजी आदि उपस्थित रहे।
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