महिला सिपाही का पुलिस लाइन के आवास में लटका मिला शव, 2019 बैच की आरक्षी थी, बागपत की रहने वाली थी
उन्नाव में महिला सिपाही मीनू धामा ने गुरुवार की देर शाम महिला बैरक में फांसी लगा ली। बैरक में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे फंदे पर लटका देखा तो आनन-फानन में नीचे उतारा और घटना की जानकारी अधिकारियों को दी।
- उन्नाव में महिला सिपाही मीनू धामा ने गुरुवार की देर शाम महिला बैरक में फांसी लगा ली।
एजेंसी, उन्नाव : उन्नाव में महिला सिपाही मीनू धामा ने गुरुवार की देर शाम महिला बैरक में फांसी लगा ली। बैरक में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे फंदे पर लटका देखा तो आनन-फानन में नीचे उतारा और घटना की जानकारी अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने उसे उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया।
उन्नाव में महिला सिपाही मीनू धामा ने गुरुवार की देर शाम महिला बैरक में फांसी लगा ली। बैरक में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे फंदे पर लटका देखा तो आनन-फानन में नीचे उतारा और घटना की जानकारी अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने उसे उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया।
हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। जिला अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने महिला सिपाही का शव मॉर्क्युरी में रखवा दिया। हालांकि सिपाही के मौत का कारण पता नहीं चल पाया है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच पड़ताल कर रही है। सिपाही एएचटीयू थाने में तैनात थी।
बागपत के खेकड़ा की रहने वाली 2019 बैच की महिला आरक्षी मीनू धामा उन्नाव के पुलिस लाइन में स्थित एएचटीयू थाने में तैनात थी। गुरुवार की देर शाम वह पुलिस लाइन स्थित महिला बैरक में थी । बैरक के अंदर ही फांसी का फंदा बनाकर लटक गई। उसके चीखने पर आसपास मौजूद अन्य महिला सिपाहियों ने उसे लटकता देखा। जिसकी जानकारी पुलिस लाइन में मौजूद पुलिसकर्मियों को दी। उसे फांसी के फंदे से नीचे उतारा और सूचना अधिकारियों को दी। सहयोगी पुलिसकर्मियों की मदद से शहर के उन्नाव मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने रेफर दिया।
डेढ़ साल पहले ट्रांसफर होकर उन्नाव आई थी महिला आरक्षी मीनू 2019 में यूपी पुलिस में भर्ती हुई थी। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद पहली पोस्टिंग अलीगढ़ में मिली थी। कुछ समय बीतने के बाद पुलिस स्थापना से तबादला अलीगढ़ से उन्नाव कर दिया गया। जिसके बाद उन्नाव के थाने में पोस्टिंग मिली। करीब दो माह पहले ही एएचटीयू थाने में तैनाती हुई थी।
मिशन शक्ति जागरूकता का कर रही थी प्रोग्राम शासन की तरफ़ से चौथे चरण में मिशन शक्ति की शुरू की गई है। जिसको लेकर जिले के अलग अलग थाने में हर रोज जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। बीट की महिला शक्ति पुलिसकर्मियों के साथ एएचटीयू थाने की टीम भी थाना क्षेत्रों में जाकर जागरूक करने का काम कर रही है। बीते बुधवार को पुरवा थाने में महिला सिपाही में जागरूकता प्रोग्राम में शामिल होकर हिस्सा लिया था।
जब छोटी थी तब पिता की हो गई थी मौत जानकारी के अनुसार महिला आरक्षी के पिता की मौत कई साल पहले ही हो गई थी। पुलिस की जांच पड़ताल में अब तक मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस ने आरक्षी का मोबाइल फोन कब्जे में लिया है। जांच पड़ताल कर रही है। साथी कर्मियों की माने तो पारिवारिक समस्याओं को लेकर ऐसा कदम उठाया है। फिलहाल पुलिस के अधिकारी अभी तक मौत का कारण स्पष्ट नहीं कर सके हैं।
सिपाही के परिजनों के इंतजार में पुलिस
सूचना मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह, सीओ सिटी आशुतोष कुमार अस्पताल पहुंचे फांसी लगाने को लेकर पुलिस कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल कर रही है। घटना की जानकारी महिला सिपाही के परिजनों को पुलिस ने दे दी है। फिलहाल फांसी लगाने का कोई कारण पता नहीं चल पाया है। सिपाही के परिजनों का पुलिस इंतजार कर रही है। परिजनों के आने के बाद पंचनामा भरकर शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।
सभी बिन्दुओं पर जांच कर रही पुलिस सीओ सिटी आशुतोष कुमार ने बताया कि महिला आरक्षी के फांसी लगाने की सूचना पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान मौत हुई है। शव को मॉर्च्यूरी में रखवाया गया है। सभी बिन्दुओं पर जांच पड़ताल की जा रही है। फांसी लगाने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।