रामकुमार की पत्नी “सीमा” चली ज्योति मौर्या और सविता की डगर, पढ़े पूरी खबर
SDM ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या के वायरल वीडियो और कहानी पूरे देश व प्रदेश के कई पत्नी पीड़ित पतियों के लिए एक मिशाल बन गया है।अपनी पत्नी की बेवफाई को आलोक मौर्या द्वारा उजागर करने के बाद ऐसी तमाम घटनाएं सामने आ रही हैं।

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- पीड़ित राजकुमार ने जिलाधिकारी को लिखा दुःख भरा शिकायती पत्र
विमल गुप्ता , देवीपुर। SDM ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या के वायरल वीडियो और कहानी पूरे देश व प्रदेश के कई पत्नी पीड़ित पतियों के लिए एक मिशाल बन गया है।अपनी पत्नी की बेवफाई को आलोक मौर्या द्वारा उजागर करने के बाद ऐसी तमाम घटनाएं सामने आ रही हैं।

जिससे सारे समाज में बड़ी उथल-पुथल सी मच गई है। आलोक मौर्या ने अपनी पत्नी ज्योति मौर्या के खिलाफ जिस प्रकार से आवाज उठाई उससे प्रेरित होकर कई पतियों ने भी अपनी हिम्मत जुटाई और अपनी पत्नियों की करतूतों को प्रशासन के सामने रखने की कोशिश की है। अब देखते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार व प्रशासन महिला और पुरुष की इस तरह की घटनाओं को किस तरह से संज्ञान में लेती है।और इन समस्याओं का निस्तारण किन के पक्ष में करती है।या मैथा के अर्जुन कुशवाहा की तरह अपनी पत्नी द्वारा किये गये मुकदमे में फंस कर दमतोड़ देंगें।यह एक बहुत बड़ा सवाल है।और महिला पुरुष के वैवाहिक जीवन में नौकरी एक बड़ी सामाजिक समस्या क्यों बन रही है। ऐसे बहुत से सवाल जन्म ले रहे हैं।प्रदेश सरकार के लिए भी यह एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है। इस तरह की घटनाएं दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं।अब गलती किसकी है पति-पत्नी में से यह एक बड़ी समस्या बन रही है। महिलाओं को शादी के बाद नौकरी मिलना फिर पति को छोड़ देना पारवारिक तौर से बहुत गलत है ऐसा समाज कहती है। जल्द ही सरकार को इसका कोई ना कोई सटीक उपाय निकालना चाहिए।क्या ऐसी समस्याओं का निस्तारण करने के लिए किसी तरह का कोई आयोग बना सकती है सरकार। आज ऐसी कहानी कानपुर देहात भोगनीपुर कोतवाली में भी सामने आई है। जिसमें एक अधेड़ व्यक्ति ने अपनी आपबीती सुनाई।
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उसने अपना प्रार्थनापत्र ऑनलाइन माध्यम से जिलाधिकारी नेहा जैन जी को भेजा है।अब देखना यह है कि प्रशासन शिकायतकर्ता की समस्या का निस्तारण किस तरह से करता है। या सविता मौर्या की तरह पुरुष शिकायतकर्ता की पत्नी इस पर ही कोई मुकदमा दर्ज कराती है। यह बड़ी दिलचस्प घटनाएं हैं जो दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। अगर पति अपनी पत्नी की कोई शिकायत करता है तो उस पर ही पत्नी कई तरह की शिकायतें व आरोप थोक देती है।जैसे मेरा पति शराबी जुआरी है। मेरे साथ मारपीट करता है। या फिर दहेज मांग इत्यादि।भोगनीपुर कोतवाली के रामकुमार पाल ने बताया कि उनकी शादी 2002 में सीमा पाल पुत्री संतोष पाल ग्राम तिरही थाना कदौरा जिला जालौन के साथ धूमधाम से हुई थी। शादी के बाद पत्नी ने पढ़ाई करने की बात कही। पत्नी की इच्छा को पूरा करने के लिए पति कठिन परिश्रम कर, भूखे प्यासे रहकर बलिया में अपनी पत्नी को पढ़ाया।
इस पढ़ाई के दौरान उसने कर्ज भी लिया।जो पैसा वह आज तक भर रहा है। रामकुमार ने आगे बताया कि मेरी पत्नी एक नर्स है कहाँ है ये मुझे नहीं पता। मेरे ससुराल वाले मेरी पत्नी के साथ मिलकर मुझसे मारपीट कर चुके हैं। तथा मेरे दोनों लड़कों से भी मुझे मरवाने की धमकी देते हैं। जबकि बड़ा लड़का इन लोगों के कहने पर कई बार मेरे साथ मारपीट कर चुका है। मेरी पत्नी के भाई धीरज पंकज भी अपनी बहन का ही पक्ष लेते हैं। मेरे पास कई बार 8629952921 नंबर से फोन आता है।
और वह मुझसे दूसरी शादी करने के लिए दबाव डालता है। कहता है कि मैं तुम्हारी दूसरी शादी करवा दूंगा। तुम दूसरी शादी कर लो जबकि मैं इस व्यक्ति को जानता ही नहीं हूं।आज से लगभग 3 साल पहले जब मेरे पिताजी का स्वर्गवास हुआ था। तब मेरी पत्नी आई थी ।तब मेरी पत्नी ने कहा था मुझे तुम्हारे साथ नहीं रहना है। और यह कह कर वह चली गई थी। तब से लेकर आज तक नहीं आई है। और ना ही कोई बातचीत हुई है।उसने हमारी शादी को मजाक बना दिया जिस कारण मै दर दर भटक रहा हूँ। मैंने कई बार प्रशासन से मदद मांगी लेकिन महिला का मामला बताकर प्रशासन ने मेरी कोई मदद नहीं की। प्रशासन भी मेरी पत्नी का ही पक्ष लेता रहा है। जो मेरे साथ सही न्याय संगत नहीं है। आज मुझे बहुत तकलीफ है न तो मेरे साथ मेरी पत्नी है और न ही मेरे बच्चे। खाने पीने की बहुत बड़ी दिक्कत है मेरी बूढ़ी मां मुझे खाना बनाकर खिलाती है।
लेकिन कितने दिनों तक मेरा ख्याल रखेंगी। मेरी पत्नी सीमा मुझसे व मेरे पिताजी से यह बताती रही कि उसकी सरकारी नौकरी लग गई है। वह घर का सारा सामान लेकर चली गई थी। जबकि इस समय झांसी ग्वालियर कानपुर में कहीं नौकरी कर रही है। जिसका मुझे कुछ सही पता मालूम नहीं है।राम कुमार ने जिलाधिकारी महोदया से मांग की है कि उसकी पत्नी को समझाया जाए ताकि वह अपने घर में वापस आ जाए और अपना परिवार संभाले । प्रशासन इस व्यक्ति की समस्या का निस्तारण कैसे करता है यह एक बड़ा सवाल है या राम कुमार की पत्नी ही इन पर कोई आरोप लगायेंगी। ये तो तभी तय होगा जब दोनों पक्ष की बात सुनी जायेगी।और ये तब सम्भव होगा जब राम कुमार के प्रार्थनापत्र का संज्ञान लिया जायेगा।
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