शासन के स्पष्ट निर्देश, स्कूलों में बच्चों की संख्या मिली कम तो रुकेगा शिक्षकों का वेतन
शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ाई जाए लेकिन स्कूलों में बच्चों की बेहद कम उपस्थिति मिल रही है। पिछले दिनों बीएसए रिद्धी पाण्डेय के निरीक्षण में भी यह बात सामने आई थी। अब बीएसए ने निर्देश दिए हैं कि स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या में बढ़ोतरी की जाए, दिसंबर तक निपुण लक्ष्य हर हाल में हासिल किया जाए अन्यथा वेतन रोकने की कार्यवाही की जाएगी।
कानपुर देहात। शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ाई जाए लेकिन स्कूलों में बच्चों की बेहद कम उपस्थिति मिल रही है। पिछले दिनों बीएसए रिद्धी पाण्डेय के निरीक्षण में भी यह बात सामने आई थी। अब बीएसए ने निर्देश दिए हैं कि स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या में बढ़ोतरी की जाए, दिसंबर तक निपुण लक्ष्य हर हाल में हासिल किया जाए अन्यथा वेतन रोकने की कार्यवाही की जाएगी।
जिले के परिषदीय स्कूलों में करीब 144770 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। शासन की मंशा है कि स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा संख्या में छात्र-छात्राएं रोजाना पहुंचें ताकि उनकी पढ़ाई बेहतर हो सके। कई महीने से बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारियों एवं जिला समन्वयकों द्वारा स्कूलों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है जिसमें काफी कम संख्या में बच्चे मौजूद मिले। बीएसए ने कहा कि अब निरीक्षण में जहां भी बच्चों की संख्या कम मिलेगी वहां के शिक्षकों का वेतन रोका जाएगा।