सरकारी स्कूल के बच्चों के आविष्कारों को मिलेगी उड़ान, शिक्षा विभाग ने शुरू किया राष्ट्रीय अविष्कार अभियान
परिषदीय स्कूलों के विद्यार्थियों के अविष्कारों को भी अब बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग राष्ट्रीय अविष्कार अभियान का आयोजन कर रहा है। अभियान के तहत राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को मुख्यमंत्री पुरस्कृत करेंगे।

राजेश कटियार , कानपुर देहात। परिषदीय स्कूलों के विद्यार्थियों के अविष्कारों को भी अब बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग राष्ट्रीय अविष्कार अभियान का आयोजन कर रहा है। अभियान के तहत राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को मुख्यमंत्री पुरस्कृत करेंगे।
परिषदीय स्कूलों के बच्चों में जिज्ञासा आधारित विज्ञान को बढ़ावा देने व उन्हें प्रयोग के अवसर उपलब्ध कराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग राष्ट्रीय आविष्कार अभियान का आयोजन कर रहा है। इसके तहत प्रत्येक जिले से एक विज्ञान माडल और टीएलएम (टीचिंग लर्निंग मटेरियल) का चयन राज्य विज्ञान प्रदर्शनी के लिए किया जाएगा जबकि मंडल से कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से एक सर्वश्रेष्ठ माडल की प्रतिभागिता होगी। राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री पुरस्कृत करेंगे।
10 उत्कृष्ट विज्ञान माडल का किया जाएगा चयन-
जनपद स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में निर्णायक समिति 10 उत्कृष्ट विज्ञान माडल का चयन करते हुए रैंकवार सूची बनाएगी। जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले एक माडल को राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतिभाग करने के लिए प्रस्तावित करेगी। राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में माडल के प्रदर्शन एवं प्रस्तुतीकरण के लिए प्रत्येक जनपद से एक छात्र-छात्रा एवं माडल में सहयोग करने वाले एक शिक्षक प्रतिभाग करेंगे।
इन मानदंडों पर होगा विज्ञान माडल का मूल्यांकन-
राज्य स्तर पर उत्कृष्ट विज्ञान माडल का मूल्यांकन के लिए मानदंड तय किए गए हैं। इसके तहत रचनात्मकता के लिए 25, वैज्ञानिक सोच के लिए 20 प्रतिशत, तकनीकी कौशल के लिए 15, प्रस्तुतिकरण 20, विद्यार्थियों व समाज के लिए उपयोगिता, कम लागत पर 10-10 प्रतिशत अंक मिलेंगे।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र करेंगे विभिन्न राज्यों का भ्रमण-
राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को देश के विभिन्न राज्यों राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक, तकनीकी संस्थानों के शैक्षणिक भ्रमण का मौका मिलेगा। शैक्षणिक भ्रमण अभिभावकों की सहमति पत्र के बाद ही संबंधित छात्र कर सकेंगे।
क्या कहते हैं अधिकारी-
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने कहना है कि बच्चों में मनोवैज्ञानिक मनोवृत्ति के विकास एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान, गणित एवं प्रौद्योगिकी को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। शैक्षिक वर्ष 2023-24 में राष्ट्रीय आविष्कार अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत निम्नलिखित गतिविधियां निर्धारित अवधि में ब्लॉक, जनपद एवं राज्य स्तर पर संचालित की जायेंगी –
विकासखंड स्तर पर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन होगा फिर जनपद स्तर पर विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा जिसमें प्रत्येक ब्लॉक से चयनित पांच पांच बच्चे अपने विज्ञान मॉडल के साथ प्रतिभाग करेंगे। इसके बाद राज्य के अंदर बच्चों का एक्सपोजर विजिट फिर राज्य के बाहर बच्चों का एक्सपोजर विजिट होगा।