सीएसजेएमयू में बीबीए एलएलबी ऑनर्स की 120 सीटों के लिए बार काउंसिल की मंजूरी
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में बीबीए एलएलबी की 120 सीटों के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया की मंजूरी मिल गयी है। बुधवार को विश्वविद्यालय के अटल बिहारी बाजपेयी विधि संस्थान के निदेशक डॉ शशिकांत त्रिपाठी ने इसकी जानकारी दी।
- पांच साल के इंटीग्रेटड पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स कर सकते हैं आवेदन
कानपुर : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में बीबीए एलएलबी की 120 सीटों के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया की मंजूरी मिल गयी है। बुधवार को विश्वविद्यालय के अटल बिहारी बाजपेयी विधि संस्थान के निदेशक डॉ शशिकांत त्रिपाठी ने इसकी जानकारी दी। उन्होने कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक का आभार जताते हुए कहा कि उनके निर्देशन एवं अथक प्रयासों से यह पाठ्यक्रम संचालित हो पाया है। डॉ त्रिपाठी ने बताया कि वर्तमान दौर विधिक पाठ्यक्रमों का दौर है। विधि विषय में अपार संभावनाएं हैं। कोई भी छात्र जो विधि क्षेत्र में अपने भविष्य को उज्जवल बनाना चाहता है। वह छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के विधिक अध्ययन संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकता है। बीबीए एलएलबी ऑनर्स पाठ्यक्रम एक ऐसा पाठ्यक्रम है जो वर्तमान की औद्योगिक चुनौतियों का सामना करने के लिए छात्रों को तैयार करता है। पांच साल के इस इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम में स्टूडेंट्स का क्रेज भी काफी है। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राएं कानूनी पेशे में अधिवक्ता एवं न्यायाधीश के साथ में प्रशासनिक क्षेत्रों में प्रबंधन क्षेत्र,बैंकिंग क्षेत्र, लॉ फर्म इत्यादि में रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। संस्थान के इस पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु बीबीए एलएलबी में अभी प्रवेश जारी है। जो स्टूडेंट्स इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के इच्छुक हैं वह संस्थान के सहायक आचार्य दिव्यांश शुक्ला एवं समरेंद्र चौहान सहायक आचार्य विधि विभाग से संपर्क किया जा सकता है। साथ ही छात्र applications.csjmu.ac.in/programs/law/ पर भी सीधे फॉर्म जमा कर सकते हैं।
प्रो बोनो क्लब को भी मिल चुकी है मंजूरी
डॉ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि विश्वविद्यालय का हाल ही में प्रो बोनो क्लब की मंजूरी मिली है। प्रो बोनो क्लब योजना एक पहल है जो कानून के छात्रों को कानून के सामाजिक और व्यावहारिक पहलुओं को समझने का अवसर प्रदान करेगी और वंचितों के लाभ के लिए सीधे काम करने का अवसर प्रदान करती है। क्लब विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देकर कानपुर जिले के गांवों में कानूनी जागरूकता फैलाएगा और कानपुर के स्कूली छात्रों के साथ बातचीत करेगा ताकि युवा पीढ़ी कानून के मूल सिद्धांतों को सीख सके। जिले के स्थानीय लोग इस योजना से लाभान्वित होंगे क्योंकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण कानूनी सलाह और सेवाएं समय पर मिलेंगी। क्लब के माध्यम से कानूनी परामर्श और जन सामान्य के विषयों से जुड़े विषयों पर विशेष रूप से संगोष्ठियों, मध्यस्थता और उन्हें उचित परामर्श के साथ-साथ समाधान के बारे में भी बताना है।
प्रो बोनो क्लब बेहद विशिष्ट होता है। यह देश के टॉप अकादमिक संस्थानों में ही स्थापित है। आईआईटी, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में यह स्थापित किए गए हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में ही डॉ राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के अलावा सीएसजेएमयू दूसरा ऐसा सरकारी विश्वविद्यालय है जो यह उपलब्धि हासिल कर सका है।