जींस और टी-शर्ट में अब स्कूल नहीं आएंगे गुरुजी
शिक्षा विभाग ने जींस टी-शर्ट पहनकर स्कूलों में जाने वाले शिक्षकों पर पाबंदी लगा दी है। अभी तक शिक्षक टी-शर्ट, जींस और शिक्षिकाएं कुर्ती प्लाजो आदि पहनकर स्कूल आती थी लेकिन यह शासन के नियमों का उल्लंघन है।

कानपुर देहात। शिक्षा विभाग ने जींस टी-शर्ट पहनकर स्कूलों में जाने वाले शिक्षकों पर पाबंदी लगा दी है। अभी तक शिक्षक टी-शर्ट, जींस और शिक्षिकाएं कुर्ती प्लाजो आदि पहनकर स्कूल आती थी लेकिन यह शासन के नियमों का उल्लंघन है। सर्वप्रथम यूपी के शामली जिले में परिषदीय विद्यालयों और बीएसए एवं बीईओ कार्यालय में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। निरीक्षण के दौरान यदि ड्रेस कोड नहीं मिला तो कार्यवाही भी हो सकती है।जिले में अधिकतर निजी स्कूलों और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक और शिक्षिकाओं के लिए ड्रेस कोड लागू है और वहां शिक्षक पालन भी कर रहे हैं लेकिन परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक-शिक्षिकाओं को अभी तक ड्रेस में छूट थी। ऐसे में बच्चों को शिक्षा देने आने वाले शिक्षक मनमाने ड्रेस में विद्यालय पहुंचते थे।
प्रभारी बीएसए और जिला विद्यालय निरीक्षक जेएस शाक्य ने बताया कि शासन के निर्देश पर सभी शिक्षकों और बीएसए एवं खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में सभी कर्मियों के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया है। उन्होंने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में एक जुलाई से शिक्षण कार्य शुरू हो गया है। ऐसे में बच्चों के सामने शिक्षक भी ड्रेस कोड में नजर आएंगे। समस्त बीईओ को इस संबंध में निर्देश दे दिए हैं कि वह स्कूलों में निरीक्षण के दौरान ड्रेस कोड की भी जांच करें। इसके अलावा बीएसए कार्यालय और बीईओ कार्यालय के समस्त कर्मी भी नियमों का पालन करेंगे।
क्या है ड्रेस कोड-
शिक्षक- शर्ट-पैंट, कुर्ता-पजामा और कुर्ता धोती
शिक्षिकाएं- साड़ी, शूट-सलवार
जिले के माध्यमिक विद्यालयों में अधिकतर शिक्षक ड्रेस कोड का पालन कर रहे हैं। अब परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को भी ड्रेस कोड का पालन करना होगा। शासन के आदेश का जिले में पालन कराया जाएगा। अब देखने वाली बात यह है कि अन्य जनपदों के बेसिक शिक्षा अधिकारी इस आदेश का पालन कब करेंगे।
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