अन्तःजनपदीय स्थानान्तरण/समायोजन के सम्बन्ध में समय सारणी हुई जारी
परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों का जिले के अंदर समायोजन जुलाई से पहले हो जाएगा। जिन परिषदीय विद्यालयों में अध्यापकों की संख्या कम है वहां पर अध्यापकों का समायोजन होगा। जहां पर छात्रों की तुलना में इनकी संख्या अधिक है उन्हें दूसरे विद्यालयों में समायोजित किया जाएगा। छात्रों के साथ ही शिक्षकों की नियुक्ति संबंधी पूरी जानकारी पोर्टल पर अपडेट की जाएगी
- जुलाई से पहले होगा समायोजन, बच्चों की संख्या के आधार पर हर स्कूल में होंगे शिक्षक, पोर्टल पर अपडेट होगी शिक्षकों की नियुक्ति
कानपुर देहात। परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों का जिले के अंदर समायोजन जुलाई से पहले हो जाएगा। जिन परिषदीय विद्यालयों में अध्यापकों की संख्या कम है वहां पर अध्यापकों का समायोजन होगा। जहां पर छात्रों की तुलना में इनकी संख्या अधिक है उन्हें दूसरे विद्यालयों में समायोजित किया जाएगा। छात्रों के साथ ही शिक्षकों की नियुक्ति संबंधी पूरी जानकारी पोर्टल पर अपडेट की जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने जिले के अंदर शिक्षकों के तबादले और समायोजन के दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। 19 जुलाई 2024 तक शिक्षकों के तबादला और समायोजन की प्रक्रिया को हर हाल में पूरा करना होगा। शुक्रवार को सचिव बेसिक शिक्षा परिषद, सुरेंद्र कुमार तिवारी की तरफ से प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस बाबत निर्देश जारी किया गया था अब समय सारणी भी जारी कर दी गई है।
इन बातों का रखना होगा ध्यान-
इसके तहत जहां शिक्षकों की संख्या ज्यादा है वहां से कम संख्या वाले विद्यालयों में समायोजित किए जाएंगे। इसमें भी ग्रामीण से ग्रामीण और शहर से शहर क्षेत्र के विद्यालयों में ही समायोजन होगा। शिक्षक समायोजन के लिए अधिकतम 25 विद्यालयों का विकल्प दे सकेंगे।
ये होंगे समिति के सदस्य-
जिले के अंदर समायोजन के लिए डीएम की अध्यक्षता वाली समिति होगी। इसमें उपाध्यक्ष सीडीओ, डायट प्राचार्य, वित्त व लेखाधिकारी बेसिक और बीएसए सदस्य होंगे।
ग्रामीण से ग्रामीण और शहर से शहर क्षेत्र के विद्यालयों में होगा समायोजन-
विद्यालयों की आवश्यकता के अनुरूप शिक्षकों का समायोजन किया जाएगा। अधिक शिक्षक वाले विद्यालयों में शिक्षकों की जिले की नियुक्ति की तारीख के आधार पर कनिष्ठ शिक्षक को अधिक मानते हुए उन्हें चिन्हित किया जाएगा। वहीं एक ही विषय के दो शिक्षक होने पर कनिष्ठ शिक्षक को अधिक मानते हुए उनका समायोजन किया जाएगा। अधिक और आवश्यकता वाले विद्यालयों में खाली पदों की सूची जारी की जाएगी। ऑनलाइन आवेदन पत्रों का सत्यापन जिला स्तरीय समिति करेगी। बाकी प्रक्रिया एनआईसी के माध्यम से की जाएगी।