अब प्रत्येक थाने पर बनेगा विवेचना कक्ष और आवासीय बैरिक
आज मंगलवार 4 जुलाई को पुलिस अधीक्षक औरैय़ा चारु निगम द्वारा जनपद के करीब 9 थानों में आवासीय बैरिक व विवेचना कक्ष के निर्माण के लिए भूमि चिन्हित करने के लिए थाना दिबियापुर, अछल्दा व बिधूना परिसर का मुआयना किया गया। इस आशय की जानकारी पुलिस अधीक्षक द्वारा दी गई है।

- सीओ सिटी आवास,अपर पुलिस अधीक्षक आवास के लिए टेंडर पास
विकास सक्सेना , औरैया। आज मंगलवार 4 जुलाई को पुलिस अधीक्षक औरैय़ा चारु निगम द्वारा जनपद के करीब 9 थानों में आवासीय बैरिक व विवेचना कक्ष के निर्माण के लिए भूमि चिन्हित करने के लिए थाना दिबियापुर, अछल्दा व बिधूना परिसर का मुआयना किया गया। इस आशय की जानकारी पुलिस अधीक्षक द्वारा दी गई है।

थानों पर तैनात पुलिस कर्मियों के रहने की समस्याएं दूर होगी। अब उन्हें किराए पर कमरा ढूंढने की समस्या से मुक्ति मिलने की उम्मीद जग गई है। इसके लिए प्रत्येक थानों पर हॉस्टल बनाया जाएगा। इसके साथ ही अलग से विवेचना कक्ष का निर्माण होगा। ऐसा निर्णय शासन ने लिया है। कार्यदाई संस्था उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद की ओर से प्रस्ताव तैयार करा एसपी के माध्यम से पुलिस मुख्यालय लखनऊ भेजवा दिया गया है। जिले में कुल 13 थाने है। जिसमें थानों पर एसओ, एसआई समेत करीब 100 की संख्या में पुलिस कर्मी तैनात है। सबसे बड़ी समस्या पुलिस कर्मियों के समक्ष आवास की है। इसमें महिला पुलिस कर्मियों को खास परेशानी है। थानों पर बैरक की क्षमता कम है। जिसकी वजह से अधिकांश पुलिस कर्मियों को प्राइवेट कमरा ढूंढना पड़ता है। इसमें परेशानी तब बढ़ जाती है, जब पुलिस कर्मी किसी थाने पर नियुक्त होते है और फिर वे कमरा तलाशते है।
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कम समय में यदि उनका तबादला दूसरे थाने पर होता है तो वही समस्या फिर सामने खड़ी हो जाती है। शासन ने पुलिस कर्मियों के निवास की समस्या को गंभीरता से लिया है। इसके लिए एक जून 2022 को शासनादेश जारी करके प्रदेश के सभी जिलों में थानों पर हॉस्टल और विवेचना कक्ष बनाए जाने का निर्णय लिया है। जिसको लेकर औरैया जनपद में करीब 9 थानों में विवेचना कक्ष, बैरिग आदि के लिए पुलिस अधीक्षक औरैया चारू निगम द्वारा थाना परिसर का मुआयना किया गया।
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