अब मोबाइल एप पर कुली की बुकिंग, देश भर के रेलवे स्टेशन पर शुरू हो रही सुविधा
रेलवे स्टेशन पर कुली कई बार यात्रियों का सामान उठाने का मनमाना किराया वसूल करते हैं। इसको लेकर अक्सर वाद विवाद भी होता है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। यात्रियों को मोबाइल एप पर कुली मिलेंगे और संख्या व वजन के हिसाब से किराया भी तय होगा। स्टेशन पर पहुंचकर यात्रियों को कुली नहीं ढूंढना होगा क्योंकि एप पर ही यह सुविधा आनलाइन मिल जाएगी जिसके बाद स्टेशन पर कुली खुद आपको ढूंढ लेगा। उत्तर रेलवे इस पायलट प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। अगले कुछ माह में ये सेवा देश भर में शुरू की जाएगी।
कानपुर, अमन यात्रा । रेलवे स्टेशन पर कुली कई बार यात्रियों का सामान उठाने का मनमाना किराया वसूल करते हैं। इसको लेकर अक्सर वाद विवाद भी होता है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। यात्रियों को मोबाइल एप पर कुली मिलेंगे और संख्या व वजन के हिसाब से किराया भी तय होगा। स्टेशन पर पहुंचकर यात्रियों को कुली नहीं ढूंढना होगा क्योंकि एप पर ही यह सुविधा आनलाइन मिल जाएगी जिसके बाद स्टेशन पर कुली खुद आपको ढूंढ लेगा। उत्तर रेलवे इस पायलट प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। अगले कुछ माह में ये सेवा देश भर में शुरू की जाएगी।
एप पर रजिस्ट्रेशन, आनलाइन भुगतान : यात्री एप पर जाकर अपने स्टेशन का विकल्प चुनेंगे तो उन्हें उस स्टेशन के कुली का बैच नंबर, नाम और फोन नंबर की पूरी जानकारी मिल जाएगी। प्लेटफार्म पर पहुंचने से पहले यात्री एप पर रजिस्ट्रेशन कराने पर एक मैसेज मिलेगा जिसमें उनका सामान उठाने वाले कुली का डिटेल होगा। एप में सामान की संख्या (छोटे बड़े) के आधार पर कीमत भी तय होगी जिसका यात्री को आनलाइन भुगतान करना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद प्लेटफार्म पर पहुंचते ही कुली यात्रियों की सेवा में मौजूद रहेंगे। एप का बड़ा फायदा यही है कि यात्रियों को कुली ढूंढना नहीं पड़ेगा और रुपये को लेकर वाद विवाद की कोई स्थिति नहीं रहेगी। कुलियों को भी रेलवे से आनलाइन भुगतान उनके खाते में मिल जाएगा।
देश के 20 हजार कुलियों को मिलेगा फायदा : एप अभी निर्माण के प्राथमिक स्तर पर है लेकिन इसके शुरू होते ही देश भर के 20 हजार से ज्यादा कुलियों को इसका फायदा मिलेगाक्योंकि स्टेशन पर उन्हें फिर भटकना नहीं होगा। अधिकारी बताते हैं कि एप में ऐसी व्यवस्था होगी कि सभी को नंबर के अनुसार काम मिले। कानपुर के सेंट्रल स्टेशन पर 133 कुली पंजीकृत हैं जो एप को लेकर खासे उत्साहित हैं।
-उत्तर रेलवे एप पर काम कर रहा है। अभी यह प्रक्रियागत है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसका परीक्षण होगा जिसके बाद उत्तर मध्य रेलवे में भी इसे लागू किया जाएगा। –अमित कुमार सिंह, जनसंपर्क अधिकारी उत्तर मध्य रेलवे
कानपुर सेंट्रल स्टेशन एक नजर में
-133 कुली पंजीकृत
-340 ट्रेनों का संचालन
-60 हजार यात्रियों का आवागमन प्रतिदिन