अवैध फैक्ट्री से पकड़ी गई 100 क्विंटल से ज़्यादा मिलावटी भांग, दवा के नाम पर बेचा जा रहा था नशे का सामान

अफसरों का कहना है की हिरासत में लिए गए संचालक और बाकी लोगों से पूछताछ व तफ्तीश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

इसमें दर्जनों कर्मचारी और मजदूर काम करते थे

फैक्ट्री के तमाम कमरों में तैयार भांग बोरियों में भरकर रखी गई थी. भांग को तैयार करने के लिए तमाम बड़ी-बड़ी मशीनें भी लगाई गई थी. इसमें दर्जनों कर्मचारी और मजदूर काम करते थे. पुलिस को आशंका है कि इसके पीछे कोई बहुत बड़ा रैकेट हो सकता है. फैक्ट्री संचालक ने दिखावे के लिए एक छोटे काम का लाइसेंस ले रखा था. इस लाइसेंस की आड़ में वह अवैध फैक्ट्री का भी संचालन करता था. साथ ही दूसरे ब्रांड की भांग के रैपर पर वह आयुर्वेदिक औषधि लिखकर बेचता था. यानी कहा जा सकता है की दवा के नाम पर नशे का की खेप बाजारों में सप्लाई की जाती थी.

दालचीनी की जगह लकड़ी की छाल का इस्तेमाल किया जाता था

पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर यहां छापेमारी की और 100 क्विंटल से ज्यादा तैयार भांग को बरामद किया. अफसरों का कहना है की हिरासत में लिए गए संचालक और बाकी लोगों से पूछताछ व तफ्तीश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. जो भांग यहां तैयार की जाती थी वह बेहद घटिया क्वालिटी की होती थी. इसके साथ ही इसमें ऐसे खजूर का इस्तेमाल किया जाता था जो सड़ा हुआ होता था और उसमें कीड़े लगे होते थे. पुलिस ने एक कमरे से कई क्विंटल ऐसे खजूर को बरामद किया है जिसमें से दुर्गंध आ रही थी. इसमें दालचीनी की जगह लकड़ी की छाल का इस्तेमाल किया जाता था. मुनाफा कमाने के लिए भूसे का बुरादा भी मिलाया जाता था. भांग को गोली की शक्ल देने के लिए जो शीरा तैयार होता था, वह बेहद गंदगी के बीच बनता था.

अधिकारी इसे बड़ी कामयाबी मान रहे हैं

शुरुआती पूछताछ में संचालक ने बताया कि यहां तैयार की गई भांग को लाइसेंसी दुकानों के जरिए खपाया जाता था. अधिकारी इसे बड़ी कामयाबी मान रहे हैं. उनका मानना है कि तफ्तीश पूरी होने के बाद कोई बड़ा नेटवर्क सामने आ सकता है. प्रयागराज के गंगापार के एसपी धवल जायसवाल के मुताबिक बरामद की गई भांग को खाद्य व औषधि विभाग से भी जांच कराकर इससे होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी ली जाएगी. आबकारी विभाग ने भी माना है कि यह भांग सेहत के लिए खासी नुकसानदायक साबित हो सकती है. वैसे सवाल यह उठता है कि जब शहर से सटे हुए इलाके में लंबे समय से यह अवैध फैक्ट्री चल रही थी. फैक्ट्री में हमेशा 70- 80 से लेकर डेढ़-दो सौ क्विंटल भांग भरी रहती थी. इन्हें यहां से वाहनों के जरिए सप्लाई किया जाता था, तो पुलिस व आबकारी विभाग को पहले इसकी भनक क्यों नहीं लग पाई.

Author: AMAN YATRA

SABSE PAHLE

AMAN YATRA

SABSE PAHLE

Recent Posts

कानपुर देहात में दो बाइकों की आमने सामने भिड़ंत में एक की मौत,दूसरा गंभीर

पुखरायां।कानपुर देहात के रूरा कस्बे में बीती बुधवार रात दो बाइकों की आमने सामने भिड़ंत…

6 hours ago

गिरधरपुर में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन,102 मरीजों का किया गया सफल उपचार

पुखरायां।आयुष विभाग एवं क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी ,कानपुर डॉ मनोज वर्मा के कुशल मार्गदर्शन…

6 hours ago

उपनिदेशक पंचायती राज विभाग रीना चौधरी ने रनिया में विकास कार्यों का किया निरीक्षण,दिए निर्देश

पुखरायां।गुरुवार को उपनिदेशक पंचायती राज विभाग ने विकासखंड अमरौधा के ग्राम पंचायत रनियां में विकास…

6 hours ago

भीतरगांव में खाद की किल्लत से किसान परेशान, सहकारी समिति में मची भगदड़

कानपुर : विकासखंड स्तरीय सहकारी समिति में खाद की किल्लत ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा…

10 hours ago

कानपुर देहात में धान खरीद केंद्रों का हालचाल लेने पहुंचे जिलाधिकारी

कानपुर देहात: जिलाधिकारी आलोक सिंह ने आज जिला खाद्य विपणन अधिकारी राघवेन्द्र प्रताप सिंह और…

10 hours ago

कृषि विभाग का हाल बेहाल, डीएम के निरीक्षण में खुले राज

कानपुर देहात: जिलाधिकारी आलोक सिंह ने आज जिला कृषि रक्षा अधिकारी बारा और मृदा परीक्षण…

11 hours ago

This website uses cookies.