असम में कार से EVM मिलने के बाद चुनाव आयोग ने दी सफाई
ईसी ने कहा- घटना के बाद जब ईवीएम वीवीपट मशीन की जांच की गई तो वह पूरी तरह से सीलबंद और सुरक्षित पाई गई और उन्हें किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं हुई थी.
- चुनाव आयोग ने कहा- शाम 6 बजे मतदान खत्म होने के बाद सुरक्षा इंतजामों के साथ में ईवीएम को लेकर अधिकारी मतदान स्थल से निकले थे, लेकिन रास्ते में वह बाकी गाड़ियों से अलग हो गए.
चुनाव आयोग ने कहा, ‘’शाम 6 बजे मतदान खत्म होने के बाद सुरक्षा इंतजामों के साथ में ईवीएम को लेकर अधिकारी मतदान स्थल से निकले थे, लेकिन रास्ते में वह बाकी गाड़ियों से अलग हो गए, क्योंकि खराब मौसम की वजह से हाइवे पर जाम लग गया था. इसी दौरान रात करीब 9 बजे जिस गाड़ी थे ईवीएम जा रही थी, वह खराब हो गई. हालांकि इस बारे में संबंधित अधिकारी को भी जानकारी दी गई थी और दूसरी गाड़ी को भेजा भी गया था. लेकिन खराब मौसम और जाम के हालात को देखते हुए ईवीएम ला रही टीम ने अपने स्तर पर गाड़ी का इंतजाम कर लिया.’’
चुनाव आयोग ने आगे बताया, ‘’रात करीब 9:20 पर दूसरी गाड़ी को रोककर ईवीएम उसमें रखी गयीं और वहां से रवाना हुए. कात 10 बजे तक गाड़ी करीमगंज के पास पहुंची तो वहां पर भीड़ ने उसको रोक लिया और उनके साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने लगी. इस घटना की जानकारी मिलते ही चुनाव आयोग से जुड़े और अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और वहां पर जाकर पड़ताल करने पर पता चला कि जिस गाड़ी से ही पीएम लाई गई है, वह बीजेपी उम्मीदवार की पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड है. घटना के बाद जब ईवीएम वीवीपट मशीन की जांच की गई तो वह पूरी तरह से सीलबंद और सुरक्षित पाई गई और उन्हें किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं हुई थी.’’