G-4NBN9P2G16
नई दिल्ली/कानपुर देहात। देश में हर साल लगभग 8 करोड़ से अधिक लोग इनकम टैक्स रिटर्न भरते हैं लेकिन कई बार ई-फाइलिंग प्रक्रिया तेज नहीं होने या पोर्टल के काम नहीं करने की वजह से टैक्सपेयर्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन उनकी यह परेशानी अब दूर होने वाली है दरअसल इनकम टैक्स डिपॉर्टमेंट नया आईटीआर ई-फाइलिंग पोर्टल 3 लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। विभाग की ओर से जल्द ही रोलआउट किया जाएगा। बता दें कि मौजूदा समय में आईईसी 2 पर फाइलिंग की सुविधा मिलती है।
आईटीआर फाइल करना होगा आसान-
टैक्सपेयर्स से अधिक यूजर फ्रेंडली होगा और इससे आसानी से आईटीआर फाइल किया जा सकेगा। ईटी के नीलांजित दास की रिपोर्ट में इनकम टैक्स विभाग के एक इंटर्नल सर्कुलर के हवाले से बताया गया है कि मौजूदा इंट्रीगेटेड ई-फाइलिंग एंड सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर (आईईसी) 2 का ऑपरेशन फेज खत्म हो रहा है और एक नए प्रोजेक्ट, प्रोजेक्ट आईईसी 3 (जो मौजूदा प्रोजेक्ट आईईसी 2 की जगह लेगा) लाने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।
मिलेंगे ये सुविधाएं-
इनकम टैक्स के इंटर्नल सर्कुलर के अनुसार, आईईसी प्रोजेक्ट एक ई-फाइनलिंग पोर्टल उपलब्ध करता है जो टैक्सपेयर्स को इलेक्ट्रॉनिक रूप से अपने आईटीआर दाखिल करने, वैधानिक फॉर्म जमा करने और कई अन्य सेवाओं का इस्तेमाल करने की इजाजत देता है। आईईसी प्रोजेक्ट का अहम पार्ट सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर ई फाइलिंग पोर्टल और आईटीबीए के जरिए पेश किए गए आईटीआर प्रोसीड करने के लिए जिम्मेदार है। टैक्स डिपॉर्टमेंट ने सर्कुलर में कहा है कि उपर्युक्त के अलावा, आईईसी एक बैक-ऑफिस (बीओ) पोर्टल प्रदान करता है जिसका उपयोग फील्ड अधिकारियों की टैक्सपेयर्स की फाइलिंग और प्रोसेसिंग डेटा तक पहुंचने तक पहुंच प्रदान करता है। बता दें इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कुछ जरूरी सुधारों के साथ नए ई-फाइलिंग पोर्टल 3 को लॉन्च करने के लिए तैयारी कर ली है। यह पोर्टल इस्तेमाल में काफी आसान होगा और इसकी मदद से आयकर रिटर्न बेहद कम समय में दाखिल की जा सकेगी।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट टैक्सपेयर्स के लिए आईटीआर दाखिल करने की प्रक्रिया को और अधिक सुविधाजनक बनाने जा रहा है। इस संबंध में विभाग ने कुछ जरूरी सुधारों के साथ नए ई-फाइलिंग पोर्टल 3 को लॉन्च करने के लिए तैयारी कर ली है। यह पोर्टल इस्तेमाल में काफी आसान होगा और इसकी मदद से आयकर रिटर्न बेहद कम समय में दाखिल की जा सकेगी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सर्कुलर के मुताबिक वर्तमान में ई-फाइलिंग पोर्टल के साथ इंटीग्रेटेड ई-फाइलिंग और सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर (आईईसी) 2 सिस्टम लागू है। नए प्रोजेक्ट के तौर पर आईईसी 3 को लागू किया जाएगा। इसका उद्देश्य तेज गति वाली आईटी तकनीकी को अपनाना है। इससे आईटीआर को वेरिफाई तथा प्रोसेस करने और रिफंड जारी करने की प्रक्रिया को भी तेज रफ्तार मिलेगी।
पोर्टल में होंगे अहम बदलाव-
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट नया आईटीआर ई-फाइलिंग पोर्टल लाने से पहले हितधारकों की राय ले रहा है जिससे इसे करदाताओं के अनुकूल बनाया जा सके। उसने एक समिति भी बनाई है जो तमाम मतों, सुझावों और विचारों की सूची बनाएगी जिसके आधार पर पोर्टल में अहम बदलाव किए जाएंगे।
अभी कई तरह की समस्याएं-
टैक्स एक्सपर्ट्स का कहना है कि मौजूदा आईईसी 2 सिस्टम में कई बार तकनीकी समस्याएं देखने को मिलती हैं। पोर्टल पर ट्रैफिक बढ़ने से उसकी गति धीमी हो जाती है। कई बार साइट क्रैश भी हो जाती है। इससे करदाताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई करदाता तय समय सीमा में रिटर्न दाखिल करने से भी चूक जाते हैं।
क्या है आईईसी प्रोजेक्ट-
यह प्रोजेक्ट करदाताओं को ई-फाइलिंग मंच प्रदान करता है जिसकी मदद से ऑनलाइन आयकर रिटर्न कहीं से भी दाखिल की जा सकती है। साथ ही कर मामलों से जुड़े अन्य फॉर्म को डाउनलोड करने और अन्य सेवाओं के इस्तेमाल की सुविधा भी मिलती है। करदाता अपने पुराने आईटीआर फॉर्म को भी डाउनलोड कर सकते हैं।
राजेश कटियार,कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद से जारी अवकाश तालिका के अनुसार 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा है।… Read More
कानपुर : सर्वोदय नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में आज सुबह अचानक जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के पहुँचते ही हड़कंप मच… Read More
मंगलपुर (कानपुर देहात)। मंगलवार सुबह सिकंदरा तहसील क्षेत्र के चमरौआ गांव का मजरा बलवंतपुर में एक दिल दहला देने वाली… Read More
कानपुर देहात में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। गजनेर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव में खेत में काम करते… Read More
सुप्रीम कोर्ट की ओर से शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को शिक्षकों के लिए अनिवार्य किए जाने संबंधी निर्णय पर मुख्यमंत्री… Read More
लखनऊ/ कानपुर देहात। सेवारत शिक्षकों के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनिवार्य की गई टीईटी को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने… Read More
This website uses cookies.