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उत्तरप्रदेश

आखिर शिक्षक कैसे लगाएंगे ऑनलाइन अटेंडेंस मोबाइल दिया गया 4G और सिम कार्ड दिया गया 5G

परिषदीय स्कूलों के शिक्षक अब आज से ही टैबलेट पर चेहरा दिखाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। फेस रिकग्निशन सिस्टम की मदद से वह विद्यालय खुलने और विद्यालय बंद होने पर अपनी हाजिरी लगाएंगे। उन्हें प्रतिदिन दो बार इसे लगाना अनिवार्य होगा।

कानपुर देहात। परिषदीय स्कूलों के शिक्षक अब आज से ही टैबलेट पर चेहरा दिखाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। फेस रिकग्निशन सिस्टम की मदद से वह विद्यालय खुलने और विद्यालय बंद होने पर अपनी हाजिरी लगाएंगे। उन्हें प्रतिदिन दो बार इसे लगाना अनिवार्य होगा। पहले यह व्यवस्था 15 जुलाई से लागू किए जाने के निर्देश दिए गए थे लेकिन शिक्षकों ने इसका विरोध शुरू कर दिया।

शिक्षक संगठनों को लामबंद होता देख अब इसे 8 जुलाई यानि आज से ही लागू किए जाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। उधर शिक्षक संगठन इसका विरोध कर रहे हैं कि वह इसे नहीं लगाएंगे क्योंकि समस्याएं बहुत हैं। शिक्षकों का कहना है कि उनके देर से विद्यालय पहुंचने में अर्द्ध अवकाश की सुविधा, तीन बार लगातार देर से आने पर एक आकस्मिक अवकाश लेने की सुविधा व अर्जित अवकाश दिए जाने संबंधित मांगें पूरी किए बिना ही इसे लागू कराया जा रहा है। दूरदराज के स्कूलों में बारिश के मौसम में शिक्षक खासकर महिला शिक्षकों को कहीं पेड़ गिरने और कहीं जल जमाव होने के कारण कठिनाई होती है।

ऐसे में देर से पहुंचने पर वेतन काटा जाना कहां तक जायज है। शिक्षकों का यह भी कहना है कि उन्हें जो मोबाइल दिए गए हैं वह 4G नेटवर्क को सपोर्ट करने वाले हैं और उन्हें जो सिम कार्ड उपलब्ध कराया गया है वह 5G सिम कार्ड है जिससे उसमें नेटवर्क का टेक्निकल इश्यू हर समय बना रहेगा वैसे भी अधिकांश स्कूलों में नेटवर्क की समस्या रहती है, इतना ही नहीं बीएसएनएल जैसी सरकारी कंपनी के सिम कार्ड शिक्षकों को उपलब्ध नहीं कराए गए जबकि इसके नेटवर्क लगभग सभी जगह आते हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने प्राइवेट कंपनियां जैसे एयरटेल, वोडा एवं जिओ के सिम कार्ड शिक्षकों को उपलब्ध कराए हैं और कंपनी से डील करके मोटा कमीशन खाया है। वहीं अगर बीएसएनएल जैसी सरकारी कंपनी के सिम कार्ड शिक्षकों को उपलब्ध कराए जाते तो इससे सरकार को भी खरबों रुपए की धन हानि नहीं होती और शिक्षकों को भी नेटवर्क की अधिक समस्या नहीं रहती।

इस तरह से दी गई टैबलेट के लिए राशि- 

परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के उपयोगार्थ उपलब्ध कराए गये टैबलेट्स के संचालनार्थ सिम कार्ड एवं इंटरनेट की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए कंपोजिट स्कूल ग्रांट से व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश पूर्व में ही दिए गये थे जिसमें प्रति विद्यालय प्रति टेबलेट 200 रुपये की दर से (400/प्रति विद्यालय) 2 माह के लिए धनराशि अवमुक्त की गई थी। शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए सिम कार्ड एवं इंटरनेट की सुविधा हेतु कंपोजिट स्कूल ग्रांट से एक टैबलेट के लिए अधिकतम रुपए 2400 तथा दो टैबलेट हेतु अधिकतम रुपए 4800 खर्च करने की अनुमति प्रदान की गई है जिसका समायोजन बीएसए कार्यालय स्तर से विद्यालय को प्राप्त होने वाली कंपोजिट स्कूल ग्रांट से यथा समय किया जाना है।

Author: aman yatra

aman yatra

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