मुंबई, अमन यात्रा : ‘कैदी नंबर N956 तुम्हारी बेल हो गई… आर्यन खान तुम्हारी बेल हो गई…!’ जैसे ही कैदी नंबर और नाम पुकारा जाएगा, आर्यन को जेल की बैरक से निकालकर संतरी जेल सुपरिनटैंडैंट के ऑफिस ले जाएंगे जहां पर होगी कानूनी प्रक्रिया। गौरतलब है कि क्रूज ड्रग्स केस में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को हाईकोर्ट से गुरुवार को बेल मिल गई है। हालांकि, डीटेल बेल ऑर्डर न मिलने के कारण उनकी रिहाई अभी आर्थर रोड जेल से नहीं हुई है। उम्मीद है कि आज प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और आर्यन को रिहा कर दिया जाएगा।
आज सुबह आर्यन खान के चेहरे पर दिखी खुशी
जेल सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को आर्यन को शाम 6 बजे खाने के वक्त बेल होने की जानकारी दी गई थी। इस जानकारी के बाद वे काफी खुश नजर आए। वे गुरुवार रात को सोए नहीं। रात भर करवट बदलते रहे। वे बेहद खुश दिख रहे थे। जानकारी के मुताबिक आज सुबह, यानी शुक्रवार को भी आर्यन खान रोल कॉल अटेंडेंस के समय खुश नजर आए। वे अपने साथी कैदियों से बातचीत करते भी दिखे।
हाईकोर्ट से डीटेल्ड आर्डर मिलने के बाद सेशन कोर्ट में होगी प्रॉसेस
जानकारी के मुताबिक हाईकोर्ट आज को डीटेल्ड आर्डर की कापी जारी कर सकता है। आदेश की कापी सेशन कोर्ट में जाएगी। इसके बाद वहां बेल बॉन्ड भरा जाएगा। अगर यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद आज शाम 5:30 बजे तक बेल आर्डर की सर्टिफाइड कापी आर्थर रोड जेल पहुंच जाती है तो आर्यन खान आज रिहा होकर अपने घर मन्नत जा पाएंगे, नहीं तो उन्हें एक दिन और इंतजार करना पड़ेगा।
ऑर्डर की कापी मिलने के बाद मिलती है रिहाई
जेल अधिकारियों के मुताबिक कोर्ट ऑर्डर की कापी जमानत बॉक्स (जामीन पत्र पेटी) में आने के बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत कैदी को रिहाई मिलती है। बॉक्स तीन बार ओपन होता है। सुबह 10:30 बजे, दोपहर 3:30 बजे और शाम को 5:30 बजे। यह जेल कॉपी उन्हें शाम 5:30 तक मिलती है तभी उस दिन कैदी को रिलीज करते हैं, नहीं तो फिर दूसरे दिन ही उसे बेल मिलती है।
प्रोसीजर के बाद मिलती है रिहाई
बेल आर्डर की सर्टिफाइड कॉपी मिलने के बाद कैदी को ऑफिस में बुलाया जाता है। फिर इन प्रोसीजर के बाद होती है उसकी रिहाई…
कैदी के साथ होता है एक सेशन
फिर कैदी के साथ एक छोटा सा 5 मिनट का सेशन होता है। जिसमें कैदी को समझाइश दी जाती है कि दोबारा वो ऐसा काम न करे कि उसे जेल में आना पड़े। वो बाहर निकलकर एक अच्छा इंसान बने। वो जरूरतमंदों की मदद करे, दूसरों को मोटिवेट करे, लोगों को सकारात्मक संदेश दे ताकि कोई दूसरा जेल न आए। उसे कहा जाता है कि वह अपने ईश्वर या खुदा जिसे वह मानता है उनका धन्यवाद करे और उनसे दुआ मांगे कि वे उसे जीवन में अच्छा करने के लिए रास्ता दिखाएं।
पैसे और सामान देकर किया जाता है रिहा
फिर कैदी से पूछा जाता है कि उसके परिवार से कोई लेने आएगा, जाने के साधन है या नहीं। अगर वह नहीं कहता है तो उसे ट्रेन और बस का फ्री पास दिया जाता है। उसके बाद कैदी के जो कपड़े और सामान हो उसे वापस दिया जाता है। जो उसके मनीआर्डर के पैसे बचे होते हैं, उन्हें भी वापस किया जाता है। जेल अधिकारियों के मुताबिक इस प्रोसेस में एक से दो घंटे का समय लग जाता है।
पुखरायां।कानपुर देहात के रूरा कस्बे में बीती बुधवार रात दो बाइकों की आमने सामने भिड़ंत…
पुखरायां।आयुष विभाग एवं क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी ,कानपुर डॉ मनोज वर्मा के कुशल मार्गदर्शन…
पुखरायां।गुरुवार को उपनिदेशक पंचायती राज विभाग ने विकासखंड अमरौधा के ग्राम पंचायत रनियां में विकास…
कानपुर : विकासखंड स्तरीय सहकारी समिति में खाद की किल्लत ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा…
कानपुर देहात: जिलाधिकारी आलोक सिंह ने आज जिला खाद्य विपणन अधिकारी राघवेन्द्र प्रताप सिंह और…
कानपुर देहात: जिलाधिकारी आलोक सिंह ने आज जिला कृषि रक्षा अधिकारी बारा और मृदा परीक्षण…
This website uses cookies.