इग्नू का आह्वान: पर्यटन क्षेत्र में बनाएं अपना भविष्य – डॉ० अनिल कुमार मिश्रा
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के क्षेत्रीय केंद्र ने पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाओं पर केंद्रित एक ज्ञानवर्धक वेबिनार का आयोजन किया।

लखनऊ: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के क्षेत्रीय केंद्र ने पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाओं पर केंद्रित एक ज्ञानवर्धक वेबिनार का आयोजन किया। “पर्यटन अध्ययन में स्नातक पाठ्यक्रम एवं सृजनातकता तथा नवाचार की पर्यटन के क्षेत्र में भूमिका” विषय पर आयोजित इस वेबिनार में विशेषज्ञों ने पर्यटन उद्योग में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
रोजगार की अपार संभावनाएं: वेबिनार को संबोधित करते हुए इग्नू, लखनऊ के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ० अनिल कुमार मिश्रा ने पर्यटन क्षेत्र में वर्तमान में मौजूद रोजगार की व्यापक संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इग्नू पर्यटन के क्षेत्र में विभिन्न स्तरों पर – प्रमाण-पत्र, डिप्लोमा, स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रम संचालित कर रहा है, जो छात्रों को इस गतिशील उद्योग में सफल करियर बनाने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करते हैं। उन्होंने विशेष रूप से बी.ए.टी.एस. पाठ्यक्रम का उल्लेख किया, जिसे पूरा करने के बाद विद्यार्थी टूरिज्म इंडस्ट्री में आकर्षक रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।
प्रोजेक्ट कार्य: सफलता की राह: मुख्य वक्ता, प्रो० अरविन्द कुमार दूबे, एसोशिएट प्रोफेसर एवं कार्यक्रम समन्वयक, पर्यटन अध्ययन (स्नातक), इग्नू, नई दिल्ली ने बी.ए.टी.एस. पाठ्यक्रम के महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में छह सेमेस्टर हैं और चतुर्थ एवं पाँचवें सेमेस्टर में प्रोजेक्ट कार्य (बी.टी.एस.पी.-001 / बी.टी.एस.पी. -002) प्रत्येक 04-04 क्रेडिट का है। डॉ० दूबे ने प्रोजेक्ट तैयार करने की प्रक्रिया, सिनॉप्सिस और प्रोजेक्ट प्रपोजल बनाने के दिशानिर्देशों और सुपरवाइजर के चयन संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, जो विद्यार्थियों के लिए परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा करने में सहायक होगी।
टूरिज्म में करियर का सुनहरा अवसर: डॉ० रीना कुमारी, उप-निदेशक ने बी.ए.टी.एस. पाठ्यक्रम को टूर एवं ट्रेवल्स के क्षेत्र में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम पर्यटन के विभिन्न पहलुओं जैसे जागरूकता, पर्यटन सेवाओं से संबंधित मूलभूत प्रशिक्षण और रोजगार के अवसरों से परिचित कराता है। इसके साथ ही, यह पाठ्यक्रम पर्यटन के क्षेत्र में उद्यमिता को भी बढ़ावा देता है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि यह उपयोगी पाठ्यक्रम हिन्दी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों में उपलब्ध है, जिससे भाषा की बाधा भी दूर हो सके।
वेबिनार में डॉ० पर्वत सिंह ने बी.ए.टी.एस. पाठ्यक्रम से संबंधित छात्रों के प्रश्नों का समाधान प्रो० अरविन्द कुमार दूबे से कराया। कार्यक्रम का समापन डॉ० विवेक सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस वेबिनार ने पर्यटन के क्षेत्र में शिक्षा और करियर की संभावनाओं पर महत्वपूर्ण प्रकाश डाला, जो निश्चित रूप से इस उद्योग में अपना भविष्य तलाश रहे युवाओं के लिए प्रेरणादायक साबित होगा।
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