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नीट परीक्षा फिर से कराने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे छात्र, बोले सरकार कर रही है लीपापोती

नीट में कथित धांधली को लेकर छात्रों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। नीट को फिर से कराने की मांग के लिए छात्र एक बार फिर सड़क पर उतर चुके हैं। छात्रों की इस लड़ाई में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी शामिल है। परीक्षा फिर से कराने की मांग को लेकर रविवार को नीट अभ्यर्थियों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन किया। धरने पर बैठे छात्र यश कटियार ने बताया कि हमारी मांग है कि नीट दोबारा कराई जाए

कानपुर देहात। नीट में कथित धांधली को लेकर छात्रों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। नीट को फिर से कराने की मांग के लिए छात्र एक बार फिर सड़क पर उतर चुके हैं। छात्रों की इस लड़ाई में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी शामिल है। परीक्षा फिर से कराने की मांग को लेकर रविवार को नीट अभ्यर्थियों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन किया। धरने पर बैठे छात्र यश कटियार ने बताया कि हमारी मांग है कि नीट दोबारा कराई जाए। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है इसलिए आज फिर हम कानपुर देहात जनपद से जंतर-मंतर पर आए हैं। इससे पहले भी हम यहां धरने पर बैठ चुके हैं। जो काम सरकार अब कर रही है वह पहले किया जाना चाहिए था। अब तक तो सबूत के साथ छेड़छाड़ की जा चुकी होगी। सीबीआई जांच से कुछ नहीं होने वाला है, हमारी मांग है कि परीक्षा दोबारा कराई जाए। वहीं अब नीट परीक्षा मामले को लेकर सीबीआई एक्शन मोड में आ गई है। सीबीआई ने नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं के संबंध में एफआईआर दर्ज की है।

इसकी जानकारी अधिकारियों के हवाले से सामने आई है। वहीं विभिन्न राज्यों ने जो आरोपी गिरफ्तार किए हैं उन्हें भी कस्टडी में लिया जाएगा। इससे एक दिन पहले केंद्र ने घोषणा की थी कि परीक्षण में कथित अनियमितताओं की जांच एजेंसी को सौंपी जाएगी।सीबीआई ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ नया मामला दर्ज किया है। करीब 24 लाख छात्रों ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा दी है। शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक 5 मई को आयोजित नीट-यूजी परीक्षा में कथित अनियमितताओं, धोखाधड़ी, प्रतिरूपण और कदाचार के कुछ मामले सामने आए हैं। अधिकारी ने कहा परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया कि मामले को व्यापक जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया जाए।केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) रविवार को अंडरग्रेजुएट नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट 2024 परीक्षा में एक बड़ी साजिश की जांच के लिए बिहार और गुजरात के लिए टीमें भेज रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने माना है कि 5 मई की परीक्षा में अनियमितताएं, धोखाधड़ी, प्रतिरूपण और अन्य कदाचार हुए हैं लेकिन वह सीधे तौर पर इस परीक्षा को निरस्त नहीं कर रही है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि इस परीक्षा में सत्ताधारी बड़े नेताओं के संलिप्त होने की पूरी संभावना है जिस वजह से इस परीक्षा को निरस्त न कर सिर्फ लीपापोती की जा रही है। कई सबूत मिल जाने के बाद भी सरकार 24 लाख अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।

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Author: anas quraishi

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