उन्नाव लोकपाल ने दिया तीन साल से डूबी बड़ी रकम को वसूलने के आदेश
उन्नाव लोकपाल मनरेगा एडवोकेट अतुल निगम ने वसूली पर बड़ा फैसला सुनाया। ब्लॉक फतेहपुर चौरासी के नौगवां के राधे श्याम ने 2019 में एक ही कार्य मे दो बार भुगतान करके पैसे निकालने की शिकायत की थी।
अमन यात्रा, उन्नाव। कल देर शाम उन्नाव लोकपाल मनरेगा एडवोकेट अतुल निगम ने वसूली पर बड़ा फैसला सुनाया। ब्लॉक फतेहपुर चौरासी के नौगवां के राधे श्याम ने 2019 में एक ही कार्य मे दो बार भुगतान करके पैसे निकालने की शिकायत की थी।
उस समय उपायुक्त मनरेगा उन्नाव ने जाँच में शिकायत को सही पाया था और जाँच के आधार पर गलत भुगतान धनराशि रु.250324=00 की वसूली के लिए खण्ड विकास अधिकारी को लिखा था। अधिकारियो ने तब से अब तक न ही रकम की वसूली की और न ही कोई कार्यवाही की गई।
जिले में लोकपाल के जॉइन करने के बाद मनरेगा मुख्यालय, लखनऊ ने इस शिकायत को अग्रिम कार्यवाही के लिए लोकपाल के पास भेजा। लोकपाल ने उपलब्ध अभिलेखों में पाया कि पूर्व की जाँच में धन का दुरुपयोग का दोषी पाया गया था लेकिन साढ़े तीन वर्षों रकम वसूली नही गयी। लोकपाल ने पाया कि दोषी पाए जाने के बाद भी अधिकारियो द्वारा रकम नही वसूली गयी और मात्र वसूली पत्र जारी करके औपचारिकता निभाई गयी। जिसके कारण आज भी इतनी बड़ी रकम फसी हुई हैं।
इस पर लोकपाल ने माना कि अधिकारियो ने इतनी बड़ी रकम को वसूलने में कोई रुचि नही ली जिससे कार्य शिथिलता प्रतीत होती हैं । जिसके कारण मुख्यालय ने यह प्रकरण अग्रिम कार्यवाही के लिए लोकपाल को भेजी।
अपने आदेश में लोकपाल ने दोषियो से तुरन्त पूरी रकम वसूलने के आदेश दिया साथ ही जिन अधिकारियो ने रकम वसूलने के लिए पत्र जारी करके मात्र औपचारिकता भर निभाई उनसे 12% वार्षिक दर से साढ़े तीन वर्ष का ब्याज रु 105000=00 जमा कराया जाए।
साथ मे यह भी आदेश पारित किया जब तक समस्त धनराशि राजकीय कोष में जमा न हो जाये तब तब समस्त जिम्मेदार अधिकारियो व कर्मचारियो का वेतन रोक दिया जाए।