एनसीईआरटी एक बार फिर हुआ फेल, परिषदीय स्कूलों को नहीं उपलब्ध करा सका कक्षा तीन की नवीन पाठ्य पुस्तकें
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कक्षा तीन की किताबें अगले वर्ष से बदलने की तैयारी है क्योंकि एनसीईआरटी किताबों में बदलाव के लिए राज्य शिक्षा संस्थान से जुलाई में प्रक्रिया शुरू करेगा। नए पाठ्यक्रम के साथ यह किताबें बच्चों को सत्र 2025-26 में मुहैया कराई जाएंगी
कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कक्षा तीन की किताबें अगले वर्ष से बदलने की तैयारी है क्योंकि एनसीईआरटी किताबों में बदलाव के लिए राज्य शिक्षा संस्थान से जुलाई में प्रक्रिया शुरू करेगा। नए पाठ्यक्रम के साथ यह किताबें बच्चों को सत्र 2025-26 में मुहैया कराई जाएंगी। वैसे इसी सत्र में इसे लागू किया जाना था लेकिन एनसीईआरटी इस कार्य में फेल हो गया। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत किताबों में बदलाव किया जा रहा है। उसी के अनुसार राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने पिछले वर्ष कक्षा एक और दो की किताबों में बदलाव किया था।
एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को बेसिक शिक्षा परिषद में इस वर्ष से लागू कर दिया गया है। पहले चरण में कक्षा एक और दो की किताबों को बदला गया है। एनसीईआरटी की तर्ज पर तीन किताबें हिंदी, अंग्रेजी और गणित लागू कर दी गई है। उसे उत्तर प्रदेश के परिवेश के अनुसार बदला गया है। खासकर हिंदी और अंग्रेजी के कुछ अध्याय हटाए या जोड़े गए हैं। वहीं संस्कृत को हटा दिया गया है। एनसीईआरटी से इस वर्ष कक्षा तीन की किताबों में बदलाव किया जायेगा इसलिए अगले वर्ष बेसिक शिक्षा परिषद किताबें में इसे लागू किया जाएगा। अगले वर्ष से कक्षा तीन में हिंदी की वीणा, अंग्रेजी की संतूर, गणित की गणित मेला और उर्दू की सितार नाम की चार पुस्तकें होगी।