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एनसीटीई ने बीएड डिग्रीधारकों को दी बड़ी राहत

बीएड डिग्रीधारकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। एनसीटीई और शिक्षा मंत्रालय के निर्देश पर अब कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने वाले बीएड शिक्षकों को नौकरी से नहीं हटाया जाएगा बल्कि उन्हें 6 महीने का ब्रिज कोर्स करने का मौका मिलेगा।

Story Highlights
  • बीएड डिग्री से नियुक्त हुए शिक्षकों को कराया जाएगा ब्रिज कोर्स 

कानपुर देहात। बीएड डिग्रीधारकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। एनसीटीई और शिक्षा मंत्रालय के निर्देश पर अब कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने वाले बीएड शिक्षकों को नौकरी से नहीं हटाया जाएगा बल्कि उन्हें 6 महीने का ब्रिज कोर्स करने का मौका मिलेगा। एनआईओएस को इस ब्रिज कोर्स की जिम्मेदारी दी गई है, जिससे लाखों शिक्षकों की नौकरी पर मंडराते खतरे खत्म हो सकते हैं। प्राथमिक शिक्षकों के लिए जारी हुआ ब्रिज कोर्स का आदेश

राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) ने शिक्षा मंत्रालय के निर्देश पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। अब उन सभी बीएड डिग्री धारक शिक्षकों को जो प्राथमिक कक्षाओं यानी कक्षा 1 से 5 तक पढ़ा रहे हैं, 6 महीने का सर्टिफिकेट ब्रिज कोर्स करना होगा। यह कोर्स अनिवार्य रूप से सभी ऐसे शिक्षकों को कराना होगा जो नियुक्ति के समय बीएड योग्यता के साथ नियुक्त हुए थे।

2010 में तय हुई थी शिक्षक बनने की न्यूनतम योग्यता-

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने वर्ष 2010 में कक्षा 1 से 8 तक के लिए शिक्षक बनने की न्यूनतम योग्यता निर्धारित की थी। बाद में 28 जून 2018 को इसमें संशोधन कर यह जोड़ा गया कि स्नातक और बीएड की डिग्री रखने वाले अभ्यर्थी भी कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने के पात्र होंगे लेकिन उन्हें नियुक्ति के दो वर्षों के भीतर 6 महीने का ब्रिज कोर्स करना जरूरी होगा।

सुप्रीम कोर्ट ने पहले से नियुक्त शिक्षकों को दी राहत-

2018 के संशोधन को राजस्थान हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी जहां कोर्ट ने 25 नवंबर 2021 को इसे खारिज कर दिया। इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट गया जिसने 11 अगस्त 2023 को हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि अब बीएड डिग्री धारक नए शिक्षक के रूप में कक्षा 1 से 5 में नियुक्त नहीं किए जाएंगे हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने 8 अप्रैल 2024 को एक अहम फैसला सुनाया था जिसमें कहा गया कि पहले से नियुक्त बीएड धारक शिक्षकों को नौकरी से नहीं हटाया जाएगा लेकिन उन्हें अनिवार्य रूप से ब्रिज कोर्स पूरा करना होगा।

एनआईओएस को सौंपी गई ब्रिज कोर्स की पूरी जिम्मेदारी-

एनआईओएस (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग) को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह सभी पात्र शिक्षकों को 6 महीने का ब्रिज कोर्स कराए। यह कोर्स पूरी तरह एनसीटीई से मान्यता प्राप्त होगा। कोर्स में शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के अनुरूप कौशल और शिक्षण तकनीक सिखाई जाएगी ताकि वे प्राथमिक स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकें।

लंबे समय से इंतजार कर रहे थे बीएड शिक्षक-

उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत बड़ी संख्या में B.Ed धारक प्राथमिक शिक्षक नियुक्त हुए थे। ये सभी शिक्षक लंबे समय से ब्रिज कोर्स की अधिसूचना का इंतजार कर रहे थे। अब जैसे ही एनआईओएस द्वारा ब्रिज कोर्स शुरू किया जाएगा, इन शिक्षकों की नौकरी पर चल रहा संशय समाप्त हो जाएगा।

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Author: aman yatra


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