कानपुर, अमन यात्रा। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय ‘सीएसजेएमयू’ के दीक्षा समारोह में पहली बार एलएलबी के छात्रों को पदक मिलेगा। बीते दस वर्षों से एलएलबी के छात्रों का सत्र छह माह से एक वर्ष लेट चल रहा था। इस बार भी सत्र नियमित नहीं है लेकिन समारोह के छह माह देरी से होने के कारण सत्र 2017 बैच के छात्रों को विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में पदक मिल सकेगा। इतने लंबे समय अंतराल के बाद मेधावियों की सूची में उनका नाम शामिल किया जा रहा है। विश्वविद्यालय से संबद्ध 71 विधि महाविद्यालय हैं जिनमें 20 हजार छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं।
सीएसजेएमयू से संबद्ध विधि महाविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया से लेकर परीक्षा नियमित नहीं हो रही हैं। ऐसे में एलएलबी के छात्र छात्राओं का नाम बीते दस वर्षों से पदक की सूची में नहीं आ पा रहा है। प्रवेश में देरी होने का कारण कई काॅलेजों को बार काउंसिल आॅफ इंडिया ‘बीसीआइ’ से मान्यता समय पर न मिलना रहा जिसके कारण प्रवेश को लेकर भी देरी हुई।
जब तक उनका परीक्षाओं का नंबर आता तब तक स्नातक, स्नातकोत्तर समेत अन्य प्रोफेशनल कोर्स की परीक्षाएं समाप्त होकर उनका परिणाम भी घोषित हो चुका होता। ऐसे में दीक्षा समारोह के समय तक इन छात्रों का परिणा नहीं आ पाता था। यह पहली बार है जब कोरोना वायरस से बचाव के लिए हुए लाॅक डाउन व हाल ही में नियमित कक्षाएं लगने के कारण विश्वविद्यालय का परिणाम देर से आया है। इससे दीक्षा समारोह भी देर से हो रहा है। ऐसी स्थिति में लंबे समय बाद एलएलबी के छात्रों का नंबर पदक के लिए आया है।
इन कहना है ये
- कुलपति स्वर्ण, रजत, कांस्य पदक की सूची बनाई जा रही है। इस बार सूची में एलएलबी के छात्रों को भी स्थान मिलेगा। -डाॅ. अनिल कुमार यादव, कुलसचिव सीएसजेएमयू
- पदक की सूची में एलएलबी छात्रों को स्थान देने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से निवेदन किया गया था। इस बार छात्रों को उनका हक मिलेगा। –विनोद शुक्ला, अध्यक्ष, उप्र विधि महाविद्यालय एसोसिएशन