ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में शिक्षकों के साथ उतरे जनप्रतिनिधि
इलाहाबाद-झांसी शिक्षक खंड से विधान परिषद सदस्य डा. बाबूलाल तिवारी ने आखिरकार प्राइमरी शिक्षकों का दर्द समझा और शिक्षकों के दर्द को मुख्यमंत्री के साथ साझा करते हुए उनकी समस्याओं का निस्तारण करने की बात रखी। डॉ. तिवारी ने मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के दौरान शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति, प्रोन्नति समेत कई मांगाें को प्रमुखता से उठाया
कानपुर देहात। इलाहाबाद-झांसी शिक्षक खंड से विधान परिषद सदस्य डा. बाबूलाल तिवारी ने आखिरकार प्राइमरी शिक्षकों का दर्द समझा और शिक्षकों के दर्द को मुख्यमंत्री के साथ साझा करते हुए उनकी समस्याओं का निस्तारण करने की बात रखी। डॉ. तिवारी ने मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के दौरान शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति, प्रोन्नति समेत कई मांगाें को प्रमुखता से उठाया। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूटधाम मंडल समेत झांसी मंडल के जनप्रतिनिधियों की समीक्षा बैठक राजधानी स्थित अपने सरकारी आवास में बुलाई। जिसमें दोनों मंडलों के जनप्रतिनिधियों ने अलग-अलग अपने क्षेत्र की समस्याओं का भी जिक्र मुख्यमंत्री से किया। वहीं शिक्षक एमएलसी डा.बाबूलाल तिवारी ने शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र सौंपकर बताया कि शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति लागू करने के साथ साथ उनकी समस्याओं का भी अध्ययन और यथासंभव निस्तारण किया जाना चाहिए। ताकि शिक्षकों की नाराजगी दूर करके शासन की मंशानुरूप शासनादेशों का क्रियांवयन किया जा सके। शिक्षक एमएलसी ने बेसिक शिक्षा विभाग में करीब 15 साल से ठप प्रोन्नति लागू करने, शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने, शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा देने, गैर शिक्षण कार्याें से मुक्ति देने समेत शिक्षकों को 15 सीएल, 15 हाफ सीएल और 25 ईएल दिए जाने की मांग उठाई। शिक्षक एमएलसी डॉ. तिवारी ने शासन स्तर पर शिक्षकों से बातचीत करके समाधान का रास्ता निकालने की बात कही है। कानपुर देहात जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षक मनजीत सिंह ने डॉ बाबूलाल तिवारी से फोन पर वार्ता कर शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश को निरस्त करने का अनुरोध किया था तो उन्होंने मुख्यमंत्री से वार्ता कर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया था।