ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में भड़के शिक्षक एक दिसंबर को करेंगे बीआरसी केंद्रों में प्रदर्शन, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों ने दिया समर्थन
परिषदीय विद्यालयों के अध्यापकों की ओर से ऑनलाइन हाजिरी लगाने का विरोध और तेज हो गया है। जूनियर एवं प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों के साथ ही जिले के सभी शिक्षामित्रों, अनुदेशकों व अन्य विद्यालय कर्मचारियों ने एक दिसंबर को जिले में होने वाले धरना प्रदर्शन का समर्थन किया है।
कानपुर देहात। परिषदीय विद्यालयों के अध्यापकों की ओर से ऑनलाइन हाजिरी लगाने का विरोध और तेज हो गया है। जूनियर एवं प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों के साथ ही जिले के सभी शिक्षामित्रों, अनुदेशकों व अन्य विद्यालय कर्मचारियों ने एक दिसंबर को जिले में होने वाले धरना प्रदर्शन का समर्थन किया है।
बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत जिले में 1925 परिषदीय विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में करीब 1.6 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं। शासन ने इनकी ऑनलाइन हाजिरी लगाकर ऐप पर फोटो अपलोड करने के लिए निदेश दिए हैं जिसका शिक्षक संगठनों ने कड़ा विरोध किया है।शिक्षकों का कहना है कि बिना संसाधन के हम लोग ऑनलाइन हाजिरी नहीं लगाएंगे। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ने बताया कि ऑनलाइन हाजिरी लगाने के लिए विभाग ने संसाधन उपलब्ध नहीं कराए हैं। दूर-दराज क्षेत्र के विद्यालयों में नेटवर्क की बड़ी समस्या है। मोबाइल से अपलोड छात्राओं की फोटो का गलत इस्तेमाल भी हो सकता है इसलिए ऑनलाइन हाजिरी का विरोध किया जा रहा है।
टेबलेट के माध्यम से बिना व्यावहारिक समस्याओं के समाधान किए जबरन रियल टाइम उपस्थिति भेजे जाने का हम सभी कड़ा विरोध करते हैं। उन्होंने बताया कि एक दिसंबर को जिले के सभी खंड शिक्षाधिकारी कार्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। धरना प्रदर्शन का सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों तथा अनुदेशकों सहित समस्त स्टाफ ने समर्थन किया है।
अपने हितों की रक्षा के लिए अधिक से अधिक संख्या में शिक्षकों को अपने संबंधित बीआरसी केंद्र पर उपस्थित होने की अपील भी संगठन द्वारा की गई है। धरना प्रदर्शन की लिखित सूचना बीएसए व खंड शिक्षाधिकारी को दी जा चुकी है। धरना प्रदर्शन के बाद खंड शिक्षाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को अव्यावहारिक आदेश को निरस्त कराने के लिए ज्ञापन भेजा जाएगा।