कानपुर देहात। तमाम सरकारी प्रयासों के बावजूद शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी लगाने को तैयार नहीं हैं। शनिवार को जिलों में अधिकारियों के सक्रिय होने के बावजूद एक फीसदी हाजिरी भी ऑनलाइन नहीं लग सकी।
वहीं स्कूल शिक्षा महानिदेशालय बैकफुट पर आता दिख रहा है। महानिदेशालय ने बयान जारी कर कहा है कि जिन स्कूलों में ऑनलाइन ऐप के संचालन में तकनीकी दिक्कतें आ रहीं हैं। वहां स्कूल अवधि में किसी भी समय डिजिटाइज रजिस्टर ऐप का प्रयोग किया जा सकेगा। इस बीच शिक्षकों के विरोध ने शनिवार को नया मोड़ ले लिया है। कई जिलों में शिक्षकों ने शिक्षण कार्य के अलावा अपने अन्य अतिरिक्त प्रभारों से इस्तीफा देना शुरू कर दिया है।
एटा, बरेली तथा मैनपुरी आदि जिलों में बड़ी संख्या में शिक्षकों ने संकुल के प्रभार से इस्तीफा दे दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने आज प्रदेश भर में जिले स्तर के अपने अधिकारियों को शिक्षकों को ऑनलाइन ऐप के प्रयोग के लिए लगाया लेकिन उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिल रही है। इस बीच सरकार ने एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए प्रदेश के सभी राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में भी शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक मशीन के जरिए हाजिरी अनिवार्य कर दी गई है। इस प्रकार अटेंडेंस को लेकर शिक्षा विभाग में तहलका मच गया है।
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