
- अमन या़त्रा के प्रधान कार्यालय पहुंचे बालीवुड अभिनेता जीतेन्द्र सिंह
मुंबई, अमन यात्रा : फीचर लेखक राम सेवक वर्मा और पुखरायां निवासी छोटे पर्दे के बड़े अभिनेता जीतेन्द्र सिंह यादव से हुई साधारण बातचीत के कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत हैं-
जीतेन्द्र सिंह जी अभी तक आपको किन-किन प्रोजक्टों में अभिनय का मौका मिला है?
बड़ी शालीनता से जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मुझे वे सब तो याद नहीं हैं लेकिन करेण्ट में जो चल रहे हैं उनमें सोनी टीवी के ’पुन्य श्लोक अहिल्याबाई, मेरे साई, विघ्न हर्ता गणेश – स्टार भारत का ‘राधा कृष्णा‘, जी टीवी का ‘कुण्डली भाग्य‘ एवं सब टीवी का ‘मैडम सर‘ प्रमुख हैं। इनमें ‘राधा कृष्णा‘ लेटेस्ट है। सब टीवी के ‘मैडम सर‘ में मुझे लीड भूमिका मिली है।
फिर भी कुछ याद करें जिन प्रोजक्टों में आप पहले काम कर चुके हैं?
हां, कुछ याद आया है आप से संवाद करके। जी-टीवी के ‘कासीबाई‘, ‘क्राइम पेट्रोल‘ और सब टीवी पर चलने वाला ‘तारक मेहता का उल्टा चष्मा‘ में मैने काम किया है। इनमें ‘क्राइम पेट्रोल‘ में मुझे मुख्य भूमिका मिली है। मेरी एक वेब सीरीज ’अक्षर धाम’ भी रिलीज हो चुकी है।
मुम्बई जाकर आपको सबसे पहले किस प्रोजेक्ट ने ब्रेक दिया?
तमिल सीरियल ‘तमिल मुर्गम‘ में मुझे सबसे पहले भाग्य आजमाने का मौका मिला जिसमें मैं पूरी तरह सफल भी रहा।
फिल्म इण्डस्ट्री में आपकी कब और कैसे इंटरी हुई?
माडलिंग की दुनिया में प्रवेष करने के बाद सन् 2016 में दिल्ली में आयोजित ‘बेस्ट इण्डिया पर्सानलिटी एवार्ड‘ जीता। इसके बाद फिल्मों में कुछ कर गुजरने का विष्वास जागा और मैं कानपुर के एक इंजीनियरिंग कालेज में षिक्षण का कार्य छोड.कर मुम्बई की ओर रवाना हुआ। इसके पहले मैने कानपुर के एक रैंप षो में इसी वर्ष भाग लिया था और उसमें भी सफल हुआ। इससे मेरा काफी उत्साह बढ. गया।
क्या आप बड़े पर्दे पर भी भाग्य आजमाना चाहते हैं?
हां, सीरियलों में अभिनय के अलावा मैं फिल्मों की डबिंग का कार्य भी अच्छी तरह देख रहा हूॅ। लेकिन अभिनय हमारी पहली प्राथमिकता है। डबिंग का कार्य दूसरे नम्बर पर है। ‘ कश्मीर फाइल‘ का इंग्लिश वर्जन के अलावा हालीवुड के सीरियल, साउथ इंडियन फिल्म एवं वेबसीरीज की डबिंग मैने की है। आगामी दिनों में रिलीज होने वाली एक मूवी में मुझे रॉ एजेण्ट की भूमिका मिली है।
मुम्बई जाने से पहले क्या आपने किसी संस्थान से इण्डस्ट्री से सम्बघित कोई प्रषिक्षण लिया?
नहीं, मैं भाग्यषाली हॅू जो निरन्तर काम मिल रहा है। वरना नए लोगों को अब बहुत संघर्ष करना पडंता है। फिर भी सफलता की गारण्टी नहीं होती।
घर आने पर आपको कैसा महसूस होता है?
अपना घर सबको अच्छा लगता है। मैं अपने घर में सबसे छोटा हूॅ और मां से विशेष लगाव है। छोटा होने के कारण मां भी मुझे कुछ अधिक चाहती हैं। इसलिए वे जब भी मुझे बुलाती हैं मैं सब कुछ छोड.कर यहां आ जाता हूँ ।
जीतेन्द्र जी, आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा। जाते- जाते अपनी कुछ हॉबी बताइए?
जिम और क्रिकेट खेलने का मुझे बहुत शौक रहा है लेकिन अब अभिनय हमारी पहली पसन्द बन चुका है।
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