कथावाचक ने श्रोताओं को ध्रुव और बामन भगवान की कथा विस्तार से सुनाई
मलासा विकासखंड के अंतर्गत मदनपुर कुटिया में 9 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिवस में सोमवार को कथावाचक ने श्रोताओं को ध्रुव और बामन भगवान की कथा विस्तार से सुनाई जिसे सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।
पुखरायां। मलासा विकासखंड के अंतर्गत मदनपुर कुटिया में 9 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिवस में सोमवार को कथावाचक ने श्रोताओं को ध्रुव और बामन भगवान की कथा विस्तार से सुनाई जिसे सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।
सोमवार को विकासखंड के मदनपुर कुटिया में श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथावाचक रामू शास्त्री ने श्रोताओं को ध्रुव तथा बामन भगवान की कथा सुनाते हुए कहा कि बालक ध्रुव एक बार पिता की गोद में बैठने की जिद करने लगता है लेकिन सुरुचि उसे पिता की गोद में बैठने नहीं देती है।ध्रुव रोता हुआ मां सुनीति को सारी बात बताता है मां की आंखों में आसूं आ जाते हैं और वह ध्रुव को भगवान की शरण में जाने को कहती है पांच वर्ष का बालक ध्रुव राज्य छोड़कर वन में तपस्या के लिए चला जाता है कथा को सुनकर श्रोता भावविभोर हो जाते हैं कथा का समापन चार फरवरी को होगा तथा पांच फरवरी को हवन पूजन के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा।इस मौके पर परीक्षित रेखा देवी,सुरजीत सिंह,सुरेश कुमार,अर्जित,मयंक,रामचंद्र चौधरी,पंकज सचान,शारदा सचान, दीप्ति सचान,रघुराज सचान आदि लोग मौजूद रहे।