कस्टडी रिमांड के लिए पुलिस को सर्विलांस टीम के इनपुट का इंतजार, कानपुर में सामूहिक दुष्कर्म कर हत्या करने का मामला
बर्रा छह निवासी प्रदीप यादव के बनपुरवा स्थित निर्माणाधीन मकान के पीछे खाली पड़े प्लाट में युवती को लहूलुहान हालत में शव मिला था। इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट वायरल होने के बाद जरौली प्रथम निवासी कार चालक ने शव की शिनाख्त बहन के रूप में की थी।
कानपुर, अमन यात्रा। बर्रा के बनपुरवा में युवती संग सामूहिक दुष्कर्म के बाद चाकू से गोदकर हत्या के मामले में पुलिस अब तक मृतका और आरोपित के मोबाइल बरामद नहीं कर सकी है। मोबाइल न बरामद होने की स्थिति में पुलिस आरोपित को कस्टडी रिमांड पर लाने के तैयारी कर रही है। फिलहाल अभी पुलिस को सर्विलांस टीम के इनपुट का इंतजार है।
यह था पूरा मामला: बर्रा छह निवासी प्रदीप यादव के बनपुरवा स्थित निर्माणाधीन मकान के पीछे खाली पड़े प्लाट में युवती को लहूलुहान हालत में शव मिला था। इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट वायरल होने के बाद जरौली प्रथम निवासी कार चालक ने शव की शिनाख्त बहन के रूप में की थी। कार चालक ने बताया था कि बहन बुधवार की शाम को घर से दवा लेने के लिए निकली थी और घर नहीं लौटी थी। कार चालक ने पड़ोसी के पूर्व किराएदार शिवम और उसके साथियों पर बहन को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म के बाद चाकू से गोदकर हत्या करने का आरोप लगा रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने शिवम को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मामले में पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू और खून से सने कपड़े बरामद किए थे। जबकि मृतका और आरोपित के मोबाइल का सुराग नहीं मिल सका था। पुलिस ने मोबाइलों की बरामदगी के लिए सर्विलांस टीम को रिपोर्ट भेजी थी। एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय ने बताया कि अब तक सर्विलांस टीम से कोई इनपुट नहीं मिला है। दोनों के मोबाइल अहम साक्ष्य हैं। आरोपित से हुई पूछताछ में सामने आया था कि उसके मोबाइल पर युवती के अन्य युवकों के साथ की तस्वीरें थी। जो पुलिस के लिए मजबूत साक्ष्य हैं। मोबाइल न मिलने की स्थिति में आरोपित को कस्टडी रिमांड पर लाया जाएगा। फिलहाल सर्विलांस के इनपुट का इंतजार है।
14 दिन के भीतर करना होगा आवेदन: संजीत हत्याकांड से सबक ले चुकी बर्रा पुलिस अब गलतियों को दोहराना नहीं चाहती है। संजीत अपहरण कांड में आरोपित रामजी को कोरोना संक्रमण हो गया था। जिसके चलते उसे क्वारंटाइन किया गया था। 14 दिन बीतने के बाद पुलिस ने कस्टडी रिमांड के लिए न्यायालय में आवेदन किया था, लेकिन 14 दिन से अधिक समय बीतने के चलते रिमांड नहीं मिला था। इस बार पुलिस ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। एक दो दिन में अगर सर्विलांस का इनपुट नहीं मिलता है तो पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए होली के बाद आवेदन करेगी।
Author: AMAN YATRA
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